आइएमए भवन ने जोड़ा इतिहास में नया अध्याय
सीतापुर: भगवान श्रीराम का वनवास भले ही 14 वर्षों में पूरा हुआ हो, लेकिन सीतापुर के डॉक्टरों का वनवास
सीतापुर: भगवान श्रीराम का वनवास भले ही 14 वर्षों में पूरा हुआ हो, लेकिन सीतापुर के डॉक्टरों का वनवास आज 34 सालो के लंबे संघर्ष के बाद पूरा हुआ है। यह बात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल ने बतौर मुख्य अतिथि रविवार शाम यहां आइएमए भवन का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आज इस जिले के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। यह पद्मविभूषण डॉ.महेश प्रसाद मेहरे की कर्मस्थली है। इस धरती पर आइएमए भवन का उद्घाटन करना हर किसी के लिए गौरव की बात है। यहां पर आइएमए भवन का निर्माण जिले भर के डॉक्टरों के लिए गर्व का विषय हैं। समारोह को संबोधित करते हुए सांसद राजेश वर्मा ने कहा कि सीतापुर आइएमए भवन की आवश्यकता एक लंबे अरसे से महसूस की जा रही थी। जिले के चिकित्सकों की यह ख्वाहिश आज पूरी हुई। उन्होंने कहा कि इस भवन के बनकर तैयार हो जाने से यहां के डॉक्टरों को संगोष्ठियां करने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं होगा। नगर विधायक राधेश्याम जायसवाल ने कहा कि इस भवन में मेडिकल कैंप के आयोजन होंगे, जिससे जन सामान्य को भी लाभ मिलेगा।
इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल, सीतापुर सांसद राजेश वर्मा, नगर विधायक राधेश्याम जायसवाल ने आइएमए भवन के शिलापट का अनावरण किया और फिर भवन का फीता काटकर उसका उद्घाटन किया। समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राज कुमार श्रीवास्तव ने किया। समारोह को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अमिताभ श्रीवास्तव, प्रदेश सचिव डॉ. आनंद प्रकाश, संयुक्त सचिव डॉ. वीके गुप्ता, आडीटर डॉ. संजय जैन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजकिशोर टंडन, जिलाध्यक्ष डॉ. जेसी गुप्ता, सचिव डॉ. वीके त्रिपाठी, जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एनके त्रिपाठी, पूर्व मंत्री राम कृष्ण भार्गव आदि ने भी संबोधित किया। समारोह में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अजय भार्गव, डॉ. केएन रस्तोगी, डॉ. जीएल दीक्षित, डॉ. एलएन अग्रवाल, डॉ. जीएन सहगल, डॉ. पीके ¨सह, डॉ. शरद चंद्रा, डॉ. गोपाल ¨सह, डॉ. समीर अग्रवाल, डॉ. चित्रा वैश्य, डॉ. अमिताभ, डॉ. पीके ¨सह, डॉ. प्रवीण गुप्ता, डॉ. आरके त्रिवेदी, डॉ. चंद्रशेखर रस्तोगी, डॉ. अशोक बाजपेयी, अजय गुप्ता, गोपाल गुप्ता आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।