108 एंबुलेंस को इलाज की जरूरत !
सीतापुर: प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार समाजवादी एंबुलेंस सेवा यानि 108 एंबुलेंस को
सीतापुर: प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार समाजवादी एंबुलेंस सेवा यानि 108 एंबुलेंस को इलाज की दरकार है। वर्तमान समय में जिले के ब्लॉकों से चलने वाली समाजवादी एंबुलेंस जर्जर हो गई है। एंबुलेंस की प्रकाश व्यवस्था गड़बड़ होने के कारण मरीजों को रात्रिकाल में सुदूर ग्रामीण इलाकों से अस्पताल पहुंचने में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरम्मत के अभाव में बदहाल हो रही एंबुलेंस अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही हैं।
बता दें कि प्रदेश में समाजवादी सरकार के गठन के बाद पूरे प्रदेश में समाजवादी एंबुलेंस सेवा 108 लागू की गई थी। इसका मकसद शहरी क्षेत्र के साथ साथ सुदूर ग्रामीण अंचलों में रहने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना था। इन एंबुलेंस के जरिए मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए मुफ्त सेवा दी जाती है। इसके लिए जनपद को प्रदेश सरकार ने 21 एंबुलेंस मुहैया कराई थी, जिसमें 19 एंबुलेंस सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर मुहैया कराई गई थी एवं दो जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवा के लिए रखी गई थी लेकिन समय बीतने के साथ ये एंबुलेंस जर्जर हो चली है। सुदूर ग्रामीण इलाकों से जिला अस्पताल तक मरीजों को लाने वाली कई एंबुलेंसों की हेडलाइट, फॉग लाइट व बैक लाइट जर्जर हो चुकी हैं। बुधवार को जिला अस्पताल मरीज लेकर आई एंबुलेंस नंबर यूपी 41 जी 1189 की एक हेडलाइट व फॉग लाइट टूटी हुई थी, जबकि एंबुलेंस नंबर यूपी 41 जी 1228 की फॉग लाइट के साथ नीली बत्ती भी गायब थी। एंबुलेंस में गड़बड़ी होने के कारण सर्वाधिक दिक्कत रात के अंधेरे में मर जों को अस्पताल लाने में हो रही है। कारण ठंड के मौसम में पड़ने वाले कोहरे से निपटने के लिए एंबुलेंस के पास पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।
क्या कहते है प्रभारी
एंबुलेंस संचालन का कार्य देख रही जीवीके इमरजेंसी मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के जिला प्रभारी अतुल मिश्रा बताते है कि एंबुलेंस की मरम्मत के लिए लखनऊ के साथ-साथ सीतापुर के मोटर मकैनिक के यहां ले जाया जाता है। कई एंबुलेंस की मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार कराया गया है, कुछ को मरम्मत के लिए भेजा गया है। जल्द ही सभी एंबुलेंस की मरम्मत करा दी जाएगी।