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पूर्वाचल के जीवा गैंग के सदस्य सीतापुर में कैद

सीतापुर: सीतापुर के जिला कारागार की चहारदीवारी के पीछे बड़े गिरोहों से ताल्लुक रखने वाले कई अपराधी कै

By Edited By: Published: Sun, 23 Nov 2014 11:15 PM (IST)Updated: Sun, 23 Nov 2014 11:15 PM (IST)
पूर्वाचल के जीवा गैंग के सदस्य सीतापुर में कैद

सीतापुर: सीतापुर के जिला कारागार की चहारदीवारी के पीछे बड़े गिरोहों से ताल्लुक रखने वाले कई अपराधी कैद हैं। चाहे वो बलिया का बबलू गिरोह हो या पूर्वाचल का जीवा गिरोह। इन गिरोहों के कारण जिला कारागार भी अपराध जगत के लिए विशेष अहमियत रखता है। हालांकि कारागार प्रशासन की सख्ती के चलते अब तक यहां कैद विभिन्न गिरोह के सदस्यों द्वारा जेल में रहते हुए किसी बड़ी वारदात की साजिश नहीं रच सके है।

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वर्तमान समय में जिला कारागार सीतापुर में करीब 19 सौ अपराधी कैद हैं। इनमें अधिकांश हत्या, लूट, मारपीट व जमीनी रंजिश जैसे मामलों में बंद है। इनके अलावा सीतापुर में चंद ऐसे अपराधी भी कैद है, जिनका संपर्क पूर्वाचल के बड़े माफिया गिरोहों से हैं। इनमें पूर्वाचल का जीवा गैंग व बलिया का बबलू गैंग प्रमुख रूप से शामिल है। जीवा गैंग के सदस्य विनय शुक्ला निवासी अमेठी व राहुल दीक्षित पिछले आठ माह से जिला कारागार में निरुद्ध है। इन लोगों को संदना में पेट्रोल पंप पर हुई लूट के मामले में गिरफ्तार किया गया था। गैंग का सरगना संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा बनारस का रहने वाला है और वर्तमान समय में बाराबंकी में हुई सपा युवा नेता अरविंद यादव की हत्याकांड में जिला कारागार बाराबंकी में कैद है। सूत्रों की माने तो संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा जेल में भी रहकर अपना नेटवर्क चला रहा है और राजनीतिक पहुंच के कारण उसका बाराबंकी से सेंट्रल जेल स्थानांतरण नहीं हो रहा है। इसके अलावा सीतापुर में लखीमपुर का पेशेवर अपराधी अरविंद उर्फ मुनेजर निवासी नौरंगाबाद बजरंग दल के जिला संयोजक अतुल शुक्ला की हत्या के मामले में चार माह पूर्व भेजा गया है। बताया जा रहा है कि अरविंद ने लखीमपुर कारागार से भागने की पूरी तैयारी की थी। इसका अंदेशा होने पर ही उसे जिला अस्पताल भेजा गया था।

पाकिस्तानी नागरिक भी कारागार में कैद

वर्ष 2012 में सीतापुर में पकड़ा गया पाकिस्तानी नागरिक दानिश उर्फ हनीफ पुत्र सलामत जिला कारागार में ही कैद है। उसकी गिरफ्तार के बाद से न्यायालय में मामला विचाराधीन चल रहा है। कारागार प्रशासन पाकिस्तानी नागरिक पर चौतरफा नजर रख रहा है।

बोले पुलिस कप्तान

बीते एक साल से अधिक समय से ऐसा कोई मामला यहां दर्ज नहीं हुआ है, जिसमें कारागार में निरूद्ध किसी अपराधी ने रंगदारी मांगने का काम किया हो। कारागार में हर बंदी पर कड़ी नजर रखी जाती है।

- राजेश कृष्ण, पुलिस अधीक्षक


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