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डेढ़ माह पूर्व हुई डकैती में पांच आरोपी गिरफ्तार

सीतापुर: इमलिया सुल्तानपुर में हुई डकैती के मामले में पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने मुठभेड़ के दौर

By Edited By: Published: Thu, 30 Oct 2014 11:32 PM (IST)Updated: Thu, 30 Oct 2014 11:32 PM (IST)
डेढ़ माह पूर्व हुई डकैती में पांच आरोपी गिरफ्तार

सीतापुर: इमलिया सुल्तानपुर में हुई डकैती के मामले में पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने मुठभेड़ के दौरान पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि गैंग सरगना व दो अन्य बदमाश भाग निकलने में कामयाब रहे। बदमाशों के पास से दो मोटर साइकिल, तमंचे, कारतूस के साथ लूटा गया माल बरामद हुआ है।

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बीते 15 सितंबर की रात इमलिया सुल्तानपुर के गाड़ी घाट गांव में मलखे पुत्र मोहन लाल व तीन अन्य घरों में डकैती की वारदात हुई थी। घटना के राजफाश को एसपी राजेश कृष्ण ने इमलिया सुल्तानपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम गठित की गई थी। एसपी ने पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि पुलिस टीम ने बुधवार की रात करीब दो बजे कस्ता से सीतापुर आने वाले मार्ग पर पारा पुलिया के निकट मुठभेड़ के दौरान पांच बदमाशों क्रमश: जनपद खीरी के मितौली थाना क्षेत्र स्थित ग्राम बम्हिया निवासी श्याम सुंदर पुत्र बिहारी, हैदरनगर निवासी प्रमोद उर्फ पैजम्मी पुत्र जगमोहन, कानाखेड़ा निवासी सुनील पुत्र चंद्रभाल, खुड़हरा निवासी रामदीन पुत्र हीरालाल एवं महोली के निमचैना निवासी कमलेश पुत्र राजकुमार को गिरफ्तार किया। जबकि गैंग का सरगना रामासरे उर्फ भाऊ, कमलेश उर्फ बंचर व आबिद मौके से भाग निकलने में कामयाब रहे। एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने इमलिया के अलावा नगर कोतवाली, महोली, हरगांव व लखीमपुर के फरधान थाना क्षेत्र में डकैती, लूट व चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। इनके पास से दो मोटर साइकिल, दो तमंचे 315 बोर, एक देशी रायफल, एक अद्धी, दस कारतूस व तीन खोखे बरामद हुए। इसके अलावा बदमाशों के पास से लूटा गया माल भी बरामद हुआ है।

गैंग का सरगना मितौली थाने का हिस्ट्रीशीटर

गैंग का सरगना मितौली का रामासरे उर्फ भाऊ है। रामासरे पर लूट, चोरी व डकैती जैसे कई मुकदमें पंजीकृत है और वह मितौली थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। गैंग द्वारा सुनियोजित ढंग से डकैती की वारदात को अंजाम दिया जाता था। रामासरे उर्फ भाऊ द्वारा मितौली थाना क्षेत्र को छोड़कर अन्य क्षेत्रों को चयनित किया जाता था। इसके लिए वह अपने किसी रिश्तेदार को शामिल करता था, जो घटना के लिए घर को चिन्हित करता था। इसके बाद भारी संख्या में बदमाश एकत्रित होकर धावा बोलते थे।


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