बंधों पर पहुंचे अफसर, ढूंढी कमियां
सिद्धार्थनगर : मानसून करीब देख बंधों की हकीकत जानने व समय रहते सतर्क होने की गरज से जिले के संवदेनशी
सिद्धार्थनगर : मानसून करीब देख बंधों की हकीकत जानने व समय रहते सतर्क होने की गरज से जिले के संवदेनशील व अतिसंवेदनशील बंधों का अफसरों ने मौका मुआयना किया। इस दौरान बंधों की वस्तुस्थिति से अवगत होते हुए रिपोर्ट डीएम को दी है। डीएम ने ड्रेनेज खंड व निर्माण खंड के अधिशासी अभियंताओं को आवश्यक कदम उठाने की हिदायत दी है। बाढ़ आने पर पूर्व की लापरवाही साबित होने पर दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
जोगिया स्थित संवाददाता के मुताबिक शनिवार को जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने सूपा-चेतिया मार्ग पर स्थित खैरहवा बंधे का निरीक्षण किया। डीएम के निर्देश पर विभाग की ओर से खैरहवा बांध को ठीक कराने के लिए तीन ट्रैक्टर व विशाल गढ्ढे से पानी बाहर निकालने के लिए दो पंपसेट लगाकर कराए गए कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ के समय दिक्कत आने पर जिम्मेदारों को भुगतने की चेतावनी भी दी। बताते चले कि गत वर्ष बूढ़ी राप्ती के बढ़ते जलस्तर की तेज धारा ने खैरहवा बांध को तोड़कर 90 मीटर लंबा व 8 मीटर गहरे गड्ढे में तब्दील कर दिया था। वह तबाही का मंजर आज भी आंखों के सामने नाच जाता है। दो-दो मकान क्षतिग्रस्त हुए और सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हुई। सूपा-चेतिया मार्ग पर तीन-तीन जगह विशाल गड्ढे में तब्दील हो गया। उस्का बाजार स्थित संवाददाता के मुताबिक मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार मिश्र ने उस्का बाजार विकास क्षेत्र में बंधों व कटान का जायजा लिया। सबसे पहले वे कूरा-घोंघी बांध का कई स्थानों पर निरीक्षण किया। फिर कूरा नदी के तट पर कुकुरभुकवा के पास कटान स्थल का मुआयना किया। इस स्थान पर कूरा नदी का तीव्र घुमाव है इस कारण बरसात के दिनों में काफी संवेदनशील रहता ह । पूर्व के कई वर्षों में बाढ़ के दिनों में तेजी से कटान होने के कारण प्रशासन को गम्भीर स्थितियों का सामना करना पड़ा है। इस दौरान ड्रेनेज खंड के सहायक अभियंता आरएस यादव, जेई एमपी राय, आशुतोष ¨सह आदि मौजूद रहे। बांसी कार्यालय के मुताबिक एसडीएम बांसी प्रबुद्ध ¨सह ने बांसी-डुमरियागंज का मार्ग का निरीक्षण किया। किमी दो से किमी 9 तक किए गए निरीक्षण में बांध के स्लोप जहां काफी जर्जर मिले वहीं साफ-सफाई भी नहीं दिखी। कई जगहों सोयरी, रेनकट व होल इसकी जर्जर स्थिति की कहानी कह रहे थे। इसी पर कई जगहों पर छोड़े गए गैप व लगे रेगुलेटर से तबाही मचाने के लिए
पर्याप्त बताए गए। डुमरियागंज-बांसी बांध व भगौतापुर ¨रग बांध के निरीक्षण में उन्हें व्यापक खामियां मिली। सोनखर-हाटा मार्ग तो पिच हो गया पर नदी साइड से बांध के ऊपर तक कई जगहों पर रेन कट, होल आदि बने पाए गए। माघ मेला मैदान से सटकर जाने वाले बांसी-पनखटिया बांध पर भी उन्हें किमी 4 से आठ तक स्थिति काफी खराब मिली। ¨सचाई निर्माण खंड बांसी के अवर अभियंता ओम प्रकाश ¨सह सहित नायब तहसीलदार केशरी नंदन तिवारी भी मौजूद रहे। शोहरतगढ़ कार्यालय के मुताबिक उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश ¨सह ने लखनापार बैदौला एलबी, बानगंगा एफलेक्स वाया दया नदवलिया व बानगंगा गाइड एक किमी बांध का जायजा लिया। विभाग को समय रहते हुए बांध का मरम्मत कराने व लखनापार बैदौला आदि बांधों पर बने रेनकट को भर को जल्द भरने का निर्देश दिया। भनवापुर स्थित संवाददाता के मुताबिक उपजिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने भनवापुर विकास खंड अन्तर्गत वेतनार स्थित बंधे का निरीक्षण किया। यहां ¨सचाई विभाग के अभियंता की देखरेख में मरम्मत कार्य होता नजर आया। बंधों के रखरखाव में भी किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। इटवा कार्यालय के मुताबिक एसडीएम जुबेर बेग ने दलपतपुर मूसा, परसोहन बांध झगडिहवा ,सोनबरसा, नवेल, कठेला, धोबहा, गौरडीह, सोनौली कई जगहों पर औचक निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। ¨सचाई विभाग के जेई आरके मल्ल व आरआई सचिन श्रीवास्तव के साथ बाढ़ नियंत्रण के सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा की। बाद में आगाह किया कि यदि किसी भी कारण से बांध कटा तो निश्चित ही कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।