बंदरों की मौत पर भी नहीं चेता महकमा
सिद्धार्थनगर : इटवा कस्बा स्थित लोक निर्माण विभाग बंदरों को मौत की नींद सुलाने का आदी सा हो गया है।
सिद्धार्थनगर : इटवा कस्बा स्थित लोक निर्माण विभाग बंदरों को मौत की नींद सुलाने का आदी सा हो गया है। स्टोर रूम के बगल तारकोल से भरे गढ्डे के ऊपर टीन शेड तक नहीं डाला जा रहा है। शायद महकमे को किसी और बड़े हादसे का इंतजार है।
बिस्कोहर मार्ग पर स्थित लोक निर्माण खंड-1 के स्टोर कक्ष के बगल तारकोल डंप करने का कड़ा सा गढ्डा बनाया गया है। तारकोल जमने न पाये इसके लिए उसके हमेशा गर्म करने की व्यवस्था की गई है। एक तरफ बाउंड्री होने की वजह से अक्सर बंदर अनजाने में उसमें गिर कर अपने प्राणों की बलि दे देते हैं। ऊपर से टीन शेड अथवा तारों का बाड़ न लगाये जाने से वह हर वक्त खतरे को दावत दे रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसा कोई महीना नहीं बीतता जब कि उसमें गिरकर बंदर मरने की बात न सुनी जाती हो। सुरक्षा के इंतजाम न होने से यदि कोई बच्चा उसमें चला गया तो बड़ी अनहोनी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। संजय मिश्र, राम कृपाल चौधरी, कृष्णा पाण्डेय, कन्हैया प्रसाद आदि ने विभाग के उच्चाधिकारियों से जरूरी कदम उठाये जाने की मांग की है।
अधिशाषी अभियंता भूपेश मणि त्रिपाठी का कहना है कि जानकारी मिली है, पहले टीन शेड था जो उजड़ गया है। व्यवस्था शीघ्र करवा रहा हूं।