हृदय विदारक घटना के बाद सदमें में गांव
सिद्धार्थनगर : इटवा थाना अन्तर्गत ग्राम बड़का लटेरा में शनिवार सुबह हुई हृदय विदारक घटना ने पूरे गांव
सिद्धार्थनगर : इटवा थाना अन्तर्गत ग्राम बड़का लटेरा में शनिवार सुबह हुई हृदय विदारक घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। यहां ऐसी खामोशी छाई है, कि किसी की कुछ समझ में नहीं आता, कि आखिर ऐसा कैसे हो गया। मां जो अपने बच्चों की ¨जदगी के लिए अपनी जान दांव पर लगा देती है, वहीं मां एक-दो नहीं, बल्कि तीन सगे बच्चों के साथ आग लगा लेकिन परिस्थितियों के चलते ऐसा फैसला लेना पड़ा, इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। एक तरफ 8 दिन के दुधमुंहे बच्चे के साथ मां मौत की आगोश में सो चुकी है, तो दो अन्य मासूम बच्चे बस्ती जिला चिकित्सालय में ¨जदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। गांव वालों की नजरों में पूरा परिवार बहुत सज्जन है। बावजूद इसके ऐसा क्यों हो गया, किसी की समझ से परे है।
गांव निवासी असलम के तीन पुत्र व एक पुत्री है। बड़े पुत्र मो. अकील इसके बाद मो. शकील व आखिरी में मो. हुसैन। शादी के बाद तीनों बंटवारा करके अलग-अलग रहने लगे। इसमें अकील व शकील अगल-बगल तो सबसे छोटा गांव के शुरूआती छोर पर रहते हैं, उसी में उसके मां-बाप व बहन रहती है। तीनों लड़के रोजगार के सिलसिले में मुंबई निवास करते हैं। वर्तमान में बड़ा बेटा गांव में व अन्य दोनों वहीं परदेश में हैं। दूसरे नंबर के शकील के परिवार में पत्नी 31 वर्षीय अनवर जहां, दो बेटे व एक बेटी है। इनमें एक अभी आठ दिन पहले पैदा हुआ था। जबकि बड़ी बेटी 8 साल की रुखसार, इसके बाद 6 साल का इरफान है। ये परिवार काफी दिनों से अलग-अलग रह रहा है। इधर कुछ दिनों से बच्चों समेत अनवर जहां अपने मायके में रहती थी, वहीं तीसरा बच्चा पैदा हुआ। तीन दिन पहले वह बच्चों के संग घर लौटी। फिर पता नहीं क्या गुजरा कि आज दरवाजा अंदर से बंद कर भोर में चारपाई पर तीन बच्चों के साथ उसने आग लगा ली। बुरी तरह जल जाने से मां व दुधमुंहे बच्चे ने वहीं दम तोड़ दिया। जबकि रुखसार व इरफान बुरी तरह जल गए, ये बच्चे भी अगर भाग कर सीढ़ी के रास्ते छत पर चढ़कर शोर न मचाते, तो शायद ये भी न बजते। बावजूद इसके दोनों अस्पताल में ¨जदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं।
घटना के बाद पूरा गांव सहम उठा। कोई कुछ कहने को तैयार नहीं था। बस सभी की जुबान पर एक ही वाक्य, उसने ऐसा क्यों किया। भीड़ में कुछ छनकर सामने आया तो सिर्फ इतना कि महिला कुछ सनकी मिजाज की थी। सास-ससुर घायल बच्चों को लेकर बस्ती चले गए, जबकि घर पर ऐसा कोई नहीं मिला, जो घटना पर प्रकाश डाल पाता। खबर है कि वाकये के बाद पति शकील मुंबई से गांव के लिए रवाना हो चुके थे।
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मायके वालों ने लगाया आरोप, मुकदमा दर्ज
इधर घटना के बाद पूरा गांव सहमा हुआ था, उधर मृतका के मायके वाले गांव में आने के बजाए सीधे इटवा थाने पहुंच गए और तहरीर देते हुए आरोप लगाया, कि उनकी बेटी को जलाकर मार दिया गया है। मृतका के पिता इब्राहीम की तहरीर पर पुलिस ने सास-ससुर, पति व भाई कुल चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया है।
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क्या कहती है पुलिस
घटना के बाबत इटवा थाने के कोतवाल रणधीर कुमार मिश्रा ने कहा कि प्रथम दृष्टया महिला ने बच्चों समेत खुद को आग लगाई। बस्ती में घायल बेटी ने भी बयान दिया है कि मां ने घटना को अंजाम दिया है। चूंकि मायके वालों ने तहरीर दी है, इसलिए मुकदमा दर्ज किया गया है, जांच की जा रही है, पुलिस वही करेगी जो सत्य होगा।