भू माफियाओं को भी चिन्हित करेगी पुलिस
सिद्धार्थनगर : भू माफियाओं को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार गंभीर है। मंगलवार को सरकार ने घोषणा भी कर दिया
सिद्धार्थनगर : भू माफियाओं को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार गंभीर है। मंगलवार को सरकार ने घोषणा भी कर दिया कि भूमाफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। जनपद पुलिस ने भी इसे लेकर कवायद शुरू कर दी है। वह जल्द ही भू माफियाओं को भी चिन्हित करेगी।
जिला मुख्यालय से लेकर जिले में विभिन्न क्षेत्रों में भूमाफियाओं की फौज काम कर रही है। वह किसी की भूमि का बैनामा किसी को करा सकते हैं। इस खेल में जिले के कुछ राजस्वकर्मी भी शामिल हैं। इन्हें कई बार विभागीय स्तर पर चेतावनी भी मिल चुकी है। बावजूद इसके उनकी मनमानी जारी है। अवैध रूप से जमीन के खरीद फरोख्त को लेकर वह मनचाही पो¨स्टग को लेकर इर्द-गिर्द से¨टग-गे¨टग में भी जुड़े रहते हैं। जमीन के अवैध कारोबार के जरिए पिछले पांच वर्षों में जिले के तमाम भू माफिया बेपनाह संपत्तियों के मालिक बन बैठे हैं। उनका बैंक एकाउंट देखकर आसानी से उनके विषय में आंकलन किया जा सकता है। उनकी देन है कि बिना किसी अनुमति के इस सीमाई जिले में उन्होंने कई नेपाली बस्तियां बसा दी है। नेपालियों ने यहां भूमि क्रय करने के लिए कोई सरकारी अनुमति नहीं ली और न ही स्टांप एवं पंजीयन कार्यालय ने ही इस पर कोई विशेष जोर दिया है।
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बिना कारोबार के कहां से बढ़ रहा बैंक बैलेंस
जिले में रजिस्टर्ड भू कारोबारियों की संख्या 20 भी नहीं है, जबकि वह सैकड़ों की संख्या में फैले हुए हैं। न कोई कारोबार न ही कोई सरकारी सेवा पर अचानक उनके बैंक का एकाउंट तेजी से राइज कर रहा है। ऐसे में कुछ लोग दलील देते हैं कि खेती से उनके एकाउंट में पैसा आ रहा है। ऐसे सवाल उठना लाजमी है कि पहले ऐसा क्यों न हुआ। अचानक उनके खेत कहां से सोना उगलने लगे। फिलहाल पुलिस ने सभी भूमाफियाओं को चिन्हित करने का कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए थाना स्तर पर एक टीम गठित करने का निर्णय लिया गया है।
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अभी इस संबंध में कोई आदेश नहीं आया है। फिर भी पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है। माफियाओं को चिन्हित किया जा रहा है और उनके रिकार्ड तलाशे जा रहे हैं। मामला अवैध मिलने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की जाएगी।
राकेश शंकर
पुलिस अधीक्षक