दूध में मिलावट का धंधा, जिम्मेदार अनजान
सिद्धार्थनगर : इन दिनों बढ़नी चाफा एवं उसके आसपास के क्षेत्र में मिलावटी खाद्य पदार्थो की बिक्री
सिद्धार्थनगर :
इन दिनों बढ़नी चाफा एवं उसके आसपास के क्षेत्र में मिलावटी खाद्य पदार्थो की बिक्री जोरों पर है। सरसों के तेल, मसाला, घी, दाल आदि सामग्रियों में मिलावट की शिकायतें सामने आ ही रही हैं, मुख्य रूप से दूध में मिलावट से हर कोई परेशान है।
क्षेत्र में इधर शुद्ध दूध खोजने पर भी मिलना मुश्किल है। जिधर देखो मिलावट हावी दिखाई दे रही हैं। ठंड के मौसम में हालांकि दूध की किल्लत नहीं रहती है, इसके बाद भी मिलावट खोर इसकी शुद्धता पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। दूध में पानी तो मिलाया ही जाता है, ¨सथेटिक दूध की बिक्री भी चर्चाओं में हैं। अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में धंधे से जुड़े लोग नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ कर रह हैं। मनोज कुमार व मो. इब्राहीम की मानें तो चौराहे व कस्बे में कहीं भी चलें जाएं, मुंह मांगा दाम देने पर भी शुद्ध दूध मिलना मुश्किल है। कल्लू व राम ललित की मानें तो दूध में पानी नहीं बल्कि पानी में दूध मिलाया जा रहा है, यह कहावत इन दिनों चरितार्थ हो रही है। पवन कुमार व दीपक आदि ने कहा कि किराना की दुकान हो अथवा अन्य खाद्य बिक्री केंद्र, कहीं की भी निष्पक्ष जांच हो जाए तो उक्त कारोबार किस कदर पैर पसार चुका है, इसकी भी सच्चाई सामने आ जाएगी।
सुरेन्द्र गिरी, परवेज अहमद, सोने लाल, राधेश्याम, अवधेश कुमार, प्रवीण कुमार, फैसल आदि ग्रामीण ने खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों से इस दिशा में जांच अभियान शुरू करने तथा मिलावटी दूध व खाद्य सामग्री की बिक्री करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।