भवन पूर्ण होने की टूट रही उम्मीद
सिद्धार्थनगर : भवन की बदहाली देखने के बाद, भले ही ऐसा प्रतीत न होता हो, कि ये आंगनबाड़ी केंद्र का न
सिद्धार्थनगर :
भवन की बदहाली देखने के बाद, भले ही ऐसा प्रतीत न होता हो, कि ये आंगनबाड़ी केंद्र का नवनिर्मित भवन है, परंतु है सौ आना सच। आंगनबाड़ी केंद्र का यह अधूरा भवन वर्तमान में बिना प्रयोग में आए जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। जंगल में बना यह केंद्र चारों ओर झाड़ियों से घिरा बेमतलब साबित हो रहा है। पंद्रह साल से अधूरे भवन के पूर्ण होने की उम्मीद अब टूटने लगी है।
भनवापुर विकास खण्ड के ग्राम केशवजोत में वर्ष 2001 में आंगनबाड़ी केन्द्र बनना शुरू हुआ। शुरूआती दौर में विभागीय उदासीनता हावी रही, जिसके कारण निर्माण कार्य बीच में ही रूक गया। फिर यह भवन धीरे-धीरे करके खंडहर का रूप लेता गया, वर्तमान समय में जंगल की झाड़ियों के झुरमुट से घिरा उक्त केंद्र भूत बंगला बनकर रह गया है। आश्चर्य की बात तो यह है कि निर्माण के इतने वर्ष बाद भी इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। 1 लाख 35 हजार रूपये की लागत से बनने वाले इस भवन में 1 लाख रूपया विभाग तथा 35 हजार रूपये ग्राम पंचायत निधि से लगनी थी, विभाग ने तो हिस्से से कुछ धन खर्च किया किन्तु ग्राम पंचायत निधि से शायद इस भवन के नाम पर कुछ भी खर्च नहीं किया गया। जिससे भवन वर्तमान में लावारिस अवस्था पर पड़ा हुआ है। ठेकेदार फरार हैं, तो जिम्मेदार भी आंखें मूंदे बैठे हुए हैं।
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भवन उनके कार्यकाल का नहीं है। हां आंगनबाड़ी केंद्र की वस्तु स्थिति के बारे में पता किया गया है, आवश्यक कार्यवाही के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा गया है।
राजेश यादव,
सीडीपीओ - भनवापुर