यजीद था सबसे बड़ा दहशतगर्द : मौलाना
सिद्धार्थनगर : अब तक की तारीख में यजीद सबसे बड़ा दहशतगर्द था। आज भी दुनिया में कहीं भी बेकसूर लोगों क
सिद्धार्थनगर : अब तक की तारीख में यजीद सबसे बड़ा दहशतगर्द था। आज भी दुनिया में कहीं भी बेकसूर लोगों का खून बहाया जा रहा है तो समझ लो कि ऐसे दहशतगर्द का संबंध यजीद से ही होगा। कर्बला के मैदान में इमाम हुसैन ने यजीद को ही नहीं बल्कि पर्दे के पीछे छुपे सभी दहशतगर्दो को बेनकाब करने का काम किया। यह बातें प्रख्यात जाकिर मौलाना मुहम्मद हुसैन हुसैनी ने कही। कस्बा हल्लौर स्थित इमाम बाड़ा हुसैनिया बाबुल में अंजुमन गुलदस्ता मातम के सालना अशरे की आठवीं मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना ने मंगलवार की रात्रि कहा कि इस्लाम में दहशतगर्दी (आतंकवाद) को कोई मुकाम नहीं है। इस्लाम तो आपसी भाईचारा व इंसानियत का पैगाम देता है। इंसानियत को बचाने के लिए इमाम हुसैन ने कर्बला के मैदान में इतनी बड़ी कुर्बानी दी। मौलाना ने कहा कि इमाम हुसैन को समझने के लिए सबसे पहले पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद मुस्तफा को समझना होगा। क्योंकि रसूल खुदा ने खुद बयान किया है कि . हुसैन मुझसे है और मैं हुसैन से हूं। नेक अमल करने पर जोर देते हुए कहा कि दुनिया व आखिरत को संवारना है तो पहले अच्छा अमल करो। उमला-ए-कराम पर रोशनी डालते हुए मौलाना ने कहा कि सभी लोगों को इनका एहतेराम करना चाहिए। इनके बगैर हमारी ¨जदगी अधूरी है।
इससे पहले मजलिस की मरसिया खुर्शीद अहमद व उनके हमनवां ने पढ़ी। सेक्रेटरी तौफीक रजा रिजवी ने सभी लोगों के प्रति शुक्रिया अदा किया। मजलिस में बड़ी तादाद में अकीदतमंदों ने शिरकत की।