दीये की रोशनी से नहा उठा शहीद स्मारक
सिद्धार्थनगर : सायं होते ही शहीद स्मारक रोशनी में नहा उठा। हर कोई शहीदों को नमन करने के लिए आगे रहा।
सिद्धार्थनगर : सायं होते ही शहीद स्मारक रोशनी में नहा उठा। हर कोई शहीदों को नमन करने के लिए आगे रहा। एक-एक करके 51 दीये जलाए गए और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यह नजारा था डुमरियागंज मुख्यालय स्थित वीर सपूतों की बहादुरी का गवाह शहीद स्मारक अमरगढ़ का। जहां जागरण के अभियान के तहत नगर पंचायत अध्यक्ष बीना देवी की अगुवाई में सभासद व नागरिक एक दीया शहीदों के नाम पर जला रहे थे। अध्यक्ष बीना देवी ने कहा कि शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि एवं शहादत के बाद उनके परिवार जनों का हौसला बढ़ाने के लिए ये तरीका बहुत ही नायाब है। देश की सुरक्षा में सीमा पर तैनात जवानों का ऐसे कार्यक्रमों से जहां हौसला बढ़ेगा, वहीं शहीद परिवार के लोगों में भी ये एहसास जगेगा, कि ऐसी घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। सभासद मसूद अहमद, सैयद अली व उमाशंकर गोंड ने कहा कि 1857 के आंदोलन में वीर सपूतों की बहादुरी का यह स्थान गवाह बना। जवानों ने दो बार ब्रिटिश सेना को शिकस्त दी। बांबे आर्मी कमांडर आफ चीफ ऐल्ड्रिन गुशन को मौत के घाट उतार कर अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे कर दिए थे। आजादी के परवानों ने यहां वीरता की ऐसी दास्तान लिखी कि आने वाली पीढ़ी उन्हें अदब से नमन करती रहेगी। श्रद्धांजलि देने वालों में सपना अग्रहरि, गौरव मिश्रा, कन्हैया प्रसाद, बंटी अग्रहरि, राजू कन्नौजिया, अजीत कुमार, नियाज, हरीश पाण्डेय, नसीम, कौशल, रतन कुमार, नंदू गुप्ता, हंस राज, अशोक यादव, मोहन आदि मुख्य रहे।