नेपाल की सरहद पर जलसंकट
सिद्धार्थनगर : उपनगर बढ़नी में पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। कई स्थानों पर पाइप लाइन में लीकेज होने क
सिद्धार्थनगर : उपनगर बढ़नी में पेयजल का संकट खड़ा हो गया है। कई स्थानों पर पाइप लाइन में लीकेज होने के चलते लगभग तीन सप्ताह से पानी की सप्लाई पूरी तरह से बंद है। जल निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के बेपरवाह रवैये के चलते लोगों में रोष है। वही लोग विभाग के खिलाफ आन्दोलन की तैयारी में जुट गये है।
उपनगर में स्थापित जल निगम का करोड़ों रूपये की लागत से बना ओवरहेड टैंक प्यास बुझा पाने में असफल है। बढ़नी की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी की प्यास बुझाने की जिम्मेदारी इसी व्यवस्था पर निर्भर है। बढ़नी रेलवे स्टेशन जो आज लोगो के मुसीबत में साथ दे रहा है छोटे छोटे बच्चे खतरा मोल लेकर काफी उंचाई पर बने वाटर स्टैंड पोस्ट पर चढ़कर पानी भरते देखा जा रहा है। पिछले चार माह पूर्व भी पेयजल संकट को लेकर नगरवासियों ने बवाल खड़ा किया तो 24 घन्टे के अन्दर आपूर्ति शुरू हो गयी। 2 अगस्त से नगर में पानी की सप्लाई बन्द हो गयी। पर ऐसा क्यों है यह बताने वाला जिम्मेदार कोई नही है। हाल ही में रिटायर हुए पम्प आपरेटर तो रहता है पर उसका कहना है कि हम इस मामले मे कुछ नही कर सकते। नगर वासियो ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र लिखकर एक सप्ताह बाद आन्दोलन की चेतावनी दी है। कस्बा के गोला बाजार निवासी कनक कानोडिया का कहना है कि विभाग इस संकट को गंभीरता से नही ले रहा है। सुनील गोयल पश्चिम पड़ाव निवासी कहते है कि पानी की इस कदर संकट है कि आए दिन पाइप लीकेज की समस्या से पानी का संकट निरंतर बना हुआ है। राजकुमार अग्रहरि बताते है मजबूरी में लोगों को दूषित पानी पीना पड़ता है। पोस्ट आफिस रोड निवासी सियाराम ¨सह का कहना है कि जल निगम के पास जनरेटर की व्यवस्था नहीं हैं और बिजली का कोई भरोसा नहीं है। अधिशाषी अभियंता जल निगम पवन कुमार ने कहा कि लीकेज लाइन को ठीक करवाने के लिए काम हो रहा है। दो दिन के अंदर पानी सप्लाई बहाल हो जायेगी। अन्य कर्मचारियों की तैनाती के लिए भी व्यवस्था की जा रही है।