गड्ढों में सड़क तलाश हो रहा सफर
सिद्धार्थनगर : खेसरहा विकास खंड के दो संपर्क मार्ग विभागीय उदासीनता का दंश झेल अंतिम सांसे गिन रहे ह
सिद्धार्थनगर : खेसरहा विकास खंड के दो संपर्क मार्ग विभागीय उदासीनता का दंश झेल अंतिम सांसे गिन रहे हैं। बांसी-धानी मार्ग को जोड़ने वाले इन संपर्क मार्गो पर राहगीर गड्ढों में सड़क की तलाश करते हैं। बरसात के दिनों में तो इससे गुजरना जान जोखिम में ही डालना है। इसको लेकर ग्रामीणों में अब आक्रोश व्याप्त हो रहा है।
ब्लाक मुख्यालय को जोड़ने वाला सेमरा संपर्क मार्ग की स्थिति तो बद से बदतर है। दस किमी लंबे इस संपर्क मार्ग पर लोक निर्माण की निगाह कई बार लिखा पढ़ी के बाद भी नही पड़ रही है। जबकि मार्ग पर बने एक दर्जन गड्ढों से सड़क का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। इस पर किमी 1, 5 व किमी 6 पर तो इतने विशाल गड्ढे हैं कि पैदल गुजरना भी टेढ़ी खीर है। आये दिन गिरकर लोग चोटिल भी होते हैं। बरसात में इधर से गुजरना राहगीरों के लिए जान की बाजी लगाना ही है। इसी प्रकार पेड़ारी से धर्म¨सहवा जाने वाला संपर्क मार्ग भी लोक निर्माण विभाग की उदासीनता से अंतिम सांसे गिन रहा है। किमी 2 व 4 पर सड़क जहां पूरी तरह गायब हो चुकी हैं वही पटरियों का भी कोई अता पता नही है। हल्की बरसात में भी सड़क पोखरे का रूप ले लेती हैजिससे लोगों का गुजरना दुरुह हो जाता है। पेड़ारी , महुई नानकार, कलनाखोर, अतरी आदि एक दर्जन गांवों का मुख्य मार्ग होने के बाद भी विभाग का अनदेखा बना रहना हर राहगीरों में आक्रोश का कारण बन रहा है। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता भूपेश मणि का कहना है कि इन दोनों मार्गो पर कोई डिमांड गई है या नही यह मैं देख कर बताता हूं। यदि डिमांड गई होगी तो धन आते ही कार्य शुरू हो जायेगा।