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एकात्म मानववाद के प्रणेता थे दीनदयाल

सिद्धार्थनगर : पंडित दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद के प्रणेता थे। यही कारण रहा कि समाज के अंतिम व्

By Edited By: Published: Thu, 11 Feb 2016 09:48 PM (IST)Updated: Thu, 11 Feb 2016 09:48 PM (IST)
एकात्म मानववाद के प्रणेता थे दीनदयाल

सिद्धार्थनगर : पंडित दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद के प्रणेता थे। यही कारण रहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान देखना चाहते थे। उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निरंतर प्रयासरत हैं।

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उपरोक्त बातें भाजपा के जिलाध्यक्ष राम कुमार कुंवर ने व्यक्त किया। वह गुरुवार को जिला कार्यालय पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे। कहा कि दीनदयाल उपाध्याय की सोच समाज के अंतिम पायदान पर रहने वाला व्यक्ति खुशहाल व समृद्धि हो, पर उनका यह सोच पूरा न हो सका। उनके सपने को साकार करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगे हुए हैं। कार्यक्रम को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बृज बिहारी मिश्र व लालजी त्रिपाठी, प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, वरिष्ठ नेता राधामरण त्रिपाठी, पूर्व जिला मीडिया प्रभारी रमेश पांडेय, लघु प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक गो¨वद माधव ने भी विचार व्यक्त किया। इस दौरान श्याम सुंदर मित्तल, राजेश त्रिपाठी, भुवनेश्वर शर्मा, जेपी ¨सह विद्यार्थी, कन्हैया पासवान, बबलू तिवारी, अनिरुद्ध दुबे, राजेश जायसवाल, रमेश पांडेय, ब्रह्मनंद विश्वकर्मा आदि की मौजूदगी रही।


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