बंद हुआ 611 उम्मीदवारों का भाग्य
सिद्धार्थनगर : इटवा विकास खंड में द्वितीय चरण का पंचायत चुनाव मंगलवार को संपन्न हो गया। फर्जी वोट पड़
सिद्धार्थनगर : इटवा विकास खंड में द्वितीय चरण का पंचायत चुनाव मंगलवार को संपन्न हो गया। फर्जी वोट पड़ने के नाम पर कई जगह प्रत्याशी व समर्थकों में तनातनी दिखी, बाकी माहौल शांति पूर्ण रहा। इसी के साथ छह सौ ग्यारह प्रधान पद व दो सौ पचास सदस्य पद उम्मीदवारों का भाग्य मतपेटिकाओं में बंद हो गया। प्रत्याशी अब हार जीत के गुणा भाग करने में लग गए हैं।
विकास खंड में 101 ग्राम पंचायतों में दो जगहों का निर्विरोध निर्वाचन होने से 99 ग्राम पंचायतों में मत डाले गए। इटवा, कमदा लालपुर, सिरसिया, अमौना, पिपरा मुर्गिहवा, मधवापुर, डबरा, कठेला, झकहिया, चूही ग्रांट, बगुलहवा ग्रांट, कोटखास, महादेव घुरहू, भावपुर, भदोखर, गो¨वदपुर, बलुआ, सकटागढ़, पतिला, जिगिना, परसा, सोननगर, सेमरी, संग्रामपुर, भगवतपुर, भोपलापुर, पिपरी, मधवापुर, कमदा लालपुर आदि मतदान केंद्रों पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं का उत्साह अधिक देखा गया। इस चुनाव में मुस्लिम महिला मतदाताओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। वोट के लिए बुजुर्ग भी पूरे जोश में दिखे, जो चल नहीं सकते थे वह किसी न किसी सहारे के साथ बूथ पर पहुंच अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
पंचायत चुनाव में अपने गांव का रहनुमा चुनने के लिए युवाओं का उत्साह जहां चरम पर था, वहीं जीवन के अस्सी वर्ष से अधिक का पड़ाव पार कर चुके बुजुर्गों का जोश देखने लायक रहा। सत्तर वर्षीय राम लखन ने बताया कि पहली बार वोट देने के बाद आज तक कभी मतदान से वंचित नहीं हुआ हूं। इस दिन सभी काम छोड़ पहले मतदान के लिए हर हाल में बूथ तक पहुंचता हूं। दाहू (90) कहते हैं कि लोकतंत्र में ग्राम पंचायत पहली सीढ़ी है, बेहतर प्रत्याशी चयन से गांव के विकास को तेजी मिलती है। समीउल्लाह (86) का कहना है कि मतदान सभी का अधिकार है। इसमें हर नागरिक को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। पहली बार मत का प्रयोग कर रहे रफीक चौधरी, गुफरान व नेहा ने बताया कि वोट देने के बाद मन को काफी संतोष मिला है। जिस प्रत्याशी को वोट किया है उससे यही उम्मीद है कि गांव का विकास करने के साथ सभी की सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया जाए।
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सुर्खियों में रहे मतदान केंद्र
फर्जी वो¨टग को लेकर कुछ मतदान केंद्र सुर्खियों में बने रहे। प्रशासन इन दावों की पुष्टि भले ही नहीं कर रहा, मगर ग्रामीणों के मुताबिक यदि समय रहते पुलिस न चेती होती हो भारी पैमाने पर धांधली की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता था। ग्राम पंचायत मुड़िलिया, डबरा, सिरसिया, पिपरा मुर्गिहवा स्थित बूथों पर प्रत्याशी व समथकों की नोकझोंक चलती रही। जिसके चलते कुछ देर तक मतदान बाधित रहा। मुख्य विकास अधिकारी अखिलेश तिवारी ने मौके पर पहुंच कर लोगों को समझा बुझा कर मामला शांत कराया। तब जाकर मतदान शुरू हुआ। मुड़िलिया व डबरा में मामले को शांत कराने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी।