वाह रे अस्पताल, अस्वस्थ महिला आरोपी को बताया फिट
सिद्धार्थनगर : महिला हत्यारोपी को डाक्टरों ने जेल के लिए रवाना कर दिया। पुलिस ने उसे वापस भर्ती करा
सिद्धार्थनगर : महिला हत्यारोपी को डाक्टरों ने जेल के लिए रवाना कर दिया। पुलिस ने उसे वापस भर्ती करा दिया। सदर अस्पताल में सोमवार को दिन भर गहमागहमी रही। पुलिस के कई सिपाही ड्यूटी पर तैनात डाक्टरों को खोजते रहे, लेकिन उन्हें 3 बजे तक कोई नहीं मिला। कारण था एक महिला हत्यारोपी की सुपुर्दगी का। पुलिस ने वापस लेने के लिए मानवाधिकार की दुहाई दिया। चिकित्सकों का कहना था कि महिला जेल में जाने के लिए फिट है तो पुलिस उसे अनफिट कह रही थी। दो घंटे तक जिच कायम रहा। अंत में महिला को फिर से भर्ती की गई।
दो घंटे की इस खींचातानी में लोगों ने घायल महिला के दर्द को देखा, उसे महसूस किया। पुलिस का मानवीय चेहरा भी सामने आया। पीड़ित महिला का बहता खून देख, तत्काल उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया। लोग सवाल दागते रहे कि आखिर में अस्पताल प्रशासन को पीड़िता से क्या परेशानी है। क्यों जेल भेजने की जल्दी में है।
यह वाकया है 7 मार्च को थाना खेसरहा के बहुचर्चित चुरई ताल हत्याकांड का। होली के दिन महराजगंज जनपद निवासी पति की जला कर हत्या करने की आरोपी महिला सुमन घटना के दौरान बुरी तरह झुलस गई थी। मुकामी पुलिस ने उसे गंभीर अवस्था में चिकित्सालय में भर्ती कराया था। करीब डेढ़ माह तक महिला का इलाज चलता रहा। अस्पताल प्रशासन ने रविवार को पुलिस को सूचित किया कि महिला का घाव भर गया है। उसे जेल भेजा सकता है। दूसरे दिन मुकामी थाना पुलिस मय महिला सिपाही पहुंची। वार्ड में पहुंच देखा कि आरोपी ठीक हो रही है। लेकिन घाव पूरी तरह नहीं भरे है। तन पर कपड़े नहीं है। कपड़े की व्यवस्था कराने के बाद जब डिस्चार्ज स्लिप पर डाक्टर को हस्ताक्षर करने के खोजने लगे तो सभी ने किनारा कस लिया। सबने एक जवाब दिया कि जो कागज दिया जा रहा है, वहीं सम्पूर्ण है। पुलिस का कहना था कि जेल में दाखिला कराने के लिए मेडिकल रिपार्ट की आवश्यकता पड़ती है। थानाध्यक्ष खेसरहा सत्यप्रकाश यादव ने कहा कि चिकित्सक की रिपोर्ट आई थी कि हत्यारोपी ठीक हो गई है। उसे जेल भेजा जा सकता है। लेकिन महिला के घाव अभी भरे नहीं है। अस्पताल में इलाज कराने के लिए दोबारा भर्ती करा दिया गया है।