नई किरण में 3 मामलों का निपटारा
सिद्धार्थनगर : महिला थाना परिसर में रविवार को नई किरण सुनवाई में गर्मी का असर दिखा। 48 फाइलें प्रस
सिद्धार्थनगर : महिला थाना परिसर में रविवार को नई किरण सुनवाई में गर्मी का असर दिखा। 48 फाइलें प्रस्तुत की गई। टीम ने 3 मामलों को सुलह समझौते के आधार समाप्त कराया। 15 में एक पक्ष हाजिर हुआ। 20 मामलों में दोनों पक्ष नहीं पहुंचे। सुनवाई की अध्यक्षता प्रभारी थानाध्यक्ष संध्या रानी तिवारी ने किया। पूर्व प्राचार्य डा. ज्योतिमा राय, पूर्व प्रधानाचार्य चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव, डा. विनयकांत मिश्रा, समसुल हक, सुषमा श्रीवास्तव के साथ शांति यादव, मासूम आरा, रुकमणी राय, चंद्रिका प्रसाद आदि मौजूद रहे।
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पहुंचा अजीबोगरीब मामला
इसे नई किरण की लोकप्रियता कहे या कुछ और, सुनवाई के दौरान एक अजीबोगरीब मामला टीम के सामने आया। शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र ग्राम परसा स्टेशन निवासी वेदप्रकाश अपनी पत्नी के साथ पहुंचे। कहा कि शादी के तीन दशक साथ बीते है। अब जाकर विवाद उत्पन्न हो गया। निजी विद्यालय के प्रबंधकीय पर पत्नी व पति दोनों अपना हक जता रहे है। बाजार में विद्यालय का प्रबंधक बता धन वसूल रही है। मुकामी थाने पर उत्पीड़न से संबंधित शिकायत दर्ज कराने के साथ पुलिस कंट्रोल रूम में फोन भी कर देती है। शिकायत को सुन टीम ने युगल को समझाया कि उम्र के इस पड़ाव पर यह बातें नहीं होनी चाहिए। एकजुटता के साथ रहे।
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पुलिस कप्तान के पास पहुंची पीड़िता
सदर थाना क्षेत्र के ग्राम बर्डपुर नंबर 14 के टोला लमतिहवा
निवासी सावित्री देवी महिला थाना से पुलिस अधीक्षक के कैम्प कार्यालय
पहुंच गई। उसकी शिकायत थी कि मामले में पति को हाजिर कराने में मुकामी
पुलिस रूचि नहीं ले रही है। जेई बीमारी के कारण बेटे की मृत्यु नवम्बर में
हो गया था। उस समय इलाज के लिए भी पति ने कोई सहायता नहीं किया था। जब लखनऊ
से लौट कर पुत्र के निधन का समाचार पति को दिया तो उसने कहा कि मेरी पत्नी
तुम नहीं हो। जबकि पति ने अवैध रूप से दूसरी औरत को रख लिया है। नोडल
अधिकारी महिला उत्पीड़न व सीओ सदर रचना मिश्रा ने कहा कि सुनवाई की तारीख
पर पति को हाजिर कराने के लिए मुकामी थाने को निर्देशित किया गया है। अगर
उसके बाद भी नहीं पति नहीं हाजिर होता है तो उसे कस्टडी में लिया जायेगा।