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सात ¨बदु तय करेंगे मनरेगा के कार्य

सिद्धार्थनगर : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में काम करना आसान नहीं होगा। मनर

By Edited By: Published: Thu, 16 Apr 2015 09:57 PM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2015 09:57 PM (IST)
सात ¨बदु तय करेंगे मनरेगा के कार्य

सिद्धार्थनगर : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में काम करना आसान नहीं होगा। मनरेगा की गाइड लाइन का अनुपालन पर विशेष ध्यान देते हुए जिलाधिकारी ने कार्य योजना बनने से पूर्व सात ¨बदुओं पर खास ख्याल रखने का फरमान जारी किया है। डीएम के इस पत्र के बाद गडबडी करने वालों में हडकंप मच गया है। जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार ने मुख्य विकास अधिकारी को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि

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मनरेगा अन्तर्गत क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत या लाइन डिपार्टमेंट के प्रोजेक्ट वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति के लिए प्रस्तुत करने से पूर्व सात ¨बदुओं का हर हाल में अनुपालन सुनिश्चित की जाए। जिन ¨बदुओं पर खास ख्याल करना होगा, उनमें संबंधित कार्ययोजना यथा स्थिति क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत की बैठक में नियमानुसार अनुमोदित हो, उसकी वर्तमान स्थिति का फोटोग्राफ दिनांक सहित पत्रावली में संलग्?न रहने, श्रमांश और सामग्री अंश में 60:40 के प्राविधान का अनुपालन करता हो, प्रस्तुत पत्रावली पर कार्यक्रम अधिकारी का इस आशय का प्रमाणपत्र संलग्न रहे कि मनरेगा समेत किसी अन्य योजना अन्तर्गत विगत 5 वर्षों में इस प्रोजेक्ट पर कार्य नहीं कराया गया है। कार्यक्रम अधिकारी इस बात का भी प्रमाणपत्र देंगे कि यह कार्ययोजना मनरेगा गाइड लाइन के अनुरूप है। हर प्रोजेक्ट के लिए कार्य प्रभारी की नियुक्ति मनरेगा के नियमों के तहत ही की जाए। जिन अधिकारियों को कार्य प्रभारी बनाने के आदेश हैं, उन्हें ही कार्य प्रभारी बनाया जाए। जिन कार्य प्रभारियों व ग्राम पंचायत अधिकारियो द्वारा पिछले वर्ष में मनरेगा के नियमों का उल्लंघन किया गया हो, उनको बगैर दंडित किये हुए कार्य प्रभारी न बनाये जाने की सख्त हिदायत दी गई है।

कराई जाए त्रिस्तरीय फोटोग्राफी

खंड विकास अधिकारियों को भेजे पत्र में जिलाधिकारी ने लिखा है कि राज्य वित्त आयोग, तेरहवां वित्त आयोग, बीआरजीएफ, मनरेगा, सांसद निधि, विधायक निधि आदि समस्त योजनाओं में जो भी कराये जाएं, उनमें पांच ¨बदुओं का विशेष ध्यान दिया जाए। सभी कार्यों का नियमानुसार टेंडर निकाला जाए, जिससे कार्य में निष्पक्षता, पारदर्शिता, गुणवत्ता बनी रहे। कार्यों की त्रिस्तरीय फोटोग्राफी कराने, प्रथम फोटोग्राफी कार्य प्रारम्भ होने के पूर्व, द्वितीय कार्य के मध्य, तीसरा कार्य समाप्ति पर कराने, फोटोग्राफी को संबंधित पत्रावली पर सुरक्षित रखने, कार्य की गुणवत्ता निर्धारित मानक के अनुसार कराने, शासन के निर्देशों व गाइड लाइन में दिए प्राविधानों का अनुपालन कड़ाई से करने, कार्य स्थल पर कार्य का बोर्ड, विवरण, लागत, वर्ष एवं कार्य प्रभारी का नाम अवश्य अंकन हो। अनुपालन न करने वाले कार्य प्रभारियों एवं अधिकारियों का उत्तरदायित्व तय करते हुए कठोरतम कार्रवाई की जाने के कड़े निर्देश दिये हैं।


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