ठेकेदार फरार, चार वर्ष से बंद पड़ा निर्माण
सिद्धार्थनगर : बच्चों व धात्री महिलाओं को स्वस्थ्य व शिक्षित करने का बीड़ा उठाये बाल विकास एवं पुष्टा
सिद्धार्थनगर : बच्चों व धात्री महिलाओं को स्वस्थ्य व शिक्षित करने का बीड़ा उठाये बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में मनमानी का बोल बाला है। कहीं केन्द्र बनें तो खुलते नहीं तो कहीं नींव व दीवाल के बाद से आगे बने नहीं। ऐसा ही एक मामला विकास खंड के ग्राम कड़जा का है। चार वर्ष से आधी दीवाल बनकार ठेकेदार पूरी रकम लेकर चंपत है और विभाग आंख बंद किये बैठा है।
ग्रामीणों की विशेष मांग पर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग ने यहां एक आंगबाड़ी केन्द्र की स्थापना प्रस्ताव भेजा। स्वीकृति मिलने के बाद इसके निर्माण का जिम्मा पैक्सफेड को दिया गया। ठेकेदारी प्रथा पर 6 लाख 60 की लागत से वर्ष 2010-11 में इसका निर्माण तो शुरू हुआ पर एक पखवारे तक में नींव व दो तरफ की दीवाल उठा ठेकेदार जो फरार हुआ तो आज तक गांव की तरफ मुड़कर नही देखा। तीन माह तक काम बंद देख ग्रामीणों ने शिकायत सीडीपीओ से की और जांच करके इसी रिपोर्ट अपने विभाग को भी भेजे पर स्थिति जस की तस ही रही। अशुतोष राय, मिठाई लाल, असफाक, उजागिर, छोटे लाल राय आदि का कहना है कि प्राथमिक विद्यालय में आंगनबाड़ी केन्द्र चलता है जिससे पता नहीं चल पाता कि कौन सा बच्चा स्कूल का है व कौन सा केन्द्र का। इससे योजनाओं में भी सेंध मारी का मौका मिल जाता है।
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अर्ध निर्मित आंगनबाड़ी केन्द्र के निर्माण को लेकर कई बार मेरे द्वारा विभाग को अवगत कराया गया पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। वैसे इस मद का पूरा पैसा निकला है या नहीं यह भी मैं नहीं बता सकता।
राम ¨सह राही
सीडीपीओ, खेसरहा