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तस्करों के निशाने पर खाद

सिद्धार्थनगर : सत्ता पक्ष से जुड़े जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की आपसी मिलीभगत का फायदा खाद कालाबाजा

By Edited By: Published: Sat, 13 Dec 2014 09:42 PM (IST)Updated: Sat, 13 Dec 2014 09:42 PM (IST)
तस्करों के निशाने पर खाद

सिद्धार्थनगर : सत्ता पक्ष से जुड़े जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की आपसी मिलीभगत का फायदा खाद कालाबाजारी उठा रहे हैं। किसान यूरिया के लिए दर दर की ठोकरें खा रहा है, वहीं भारत की खाद की तस्करी कर उसे नेपाल भेजा जा रहा है। जिसे भाकियू कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।

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शनिवार को इटवा सीएचसी परिसर में एक तैयारी बैठक को संबोधित करते हुए संगठन के मंडल अध्यक्ष पटेश्वरी चौधरी ने कहा कि धान क्रय केंद्रों के संचालन के अभाव में किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है। खाद न होने का बहाना बनाकर बड़े व्यापारी किसानों को लूट रहे हैं। सीमापार खाद की तस्करी चरम पर है, जिसमें सरकारी मशीनरी की संलिप्तता के चलते उस पर रोक नहीं लग रहा है। बिजली के नाम पर उपभोक्ताओं को कुछ नहीं मिल रहा। अघोषित कटौती ऊपर से लोकल फाल्ट के चलते तय शेडयूल के तहत बिजली सपना बन कर रह गई है। अगस्त व सितंबर माह का गरीबों के लिए आवंटित एपीएल व अतिरिक्त बीपीएल का अनाज विभागीय अधिकारियों व राशन माफियाओं की सांठ गांठ से कालाबाजारी की भेंट चढ़ गया। अंत में मंडल अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि इन्हीं मुद्दों को लेकर 22 दिसंबर को इटवा स्थित विधान सभा अध्यक्ष आवास का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी सफलता के लिए सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता तन मन से जुट जाएं। तहसील अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव, ब्लाक प्रभारी भनवापुर संजय सिंह, अब्दुल रहीम, मनमोहन श्रीवास्तव, मुस्तकीम, अब्दुल हकीम, राम किशोर, चंद्रबली आदि मौजूद रहे।


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