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मरम्मत नहीं, अस्तित्व खो रही सड़क

सिद्धार्थनगर : तहसील क्षेत्र में ग्रामीण सड़कों का कोई पुरसाहाल नहीं है। एक बार सड़क बना देने के बाद

By Edited By: Published: Thu, 20 Nov 2014 10:16 PM (IST)Updated: Thu, 20 Nov 2014 10:16 PM (IST)
मरम्मत नहीं, अस्तित्व खो रही सड़क

सिद्धार्थनगर : तहसील क्षेत्र में ग्रामीण सड़कों का कोई पुरसाहाल नहीं है। एक बार सड़क बना देने के बाद मरम्मत के प्रति कोई ध्यान न दिए जाने से अस्तित्व विहीन होने के कगार पर पहुंच रही है।

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खुनियांव विकास खंड के ग्राम रमवापुर उर्फ विशुनपुर से फरेंदी तक बनाई सड़क चकरोड में तब्दील हो रही है। एक साल पूर्व पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाई गई सड़क का हश्र देख हर कोई जिम्मेदारों को कोसता दिख रहा है। गांव तक बनी पांच सौ मीटर साल भीतर ही खराब हो गई। जगह जगह पर उगे घास उसकी बदहाली स्वयं बयां कर रहे हैं।

इटवा विकास खंड का बंदवारी से गाजीपुर जाने वाला पीडब्ल्यूडी मार्ग बुरी तरह टूट चुका है। आठ साल पूर्व बनी सड़क पर आज तक मरम्मत कार्य नहीं कराया गया। जिससे बेलबनवा, सौरहवा ग्रांट, बेलहर, पटना, परसा, भोजवारे समेत डेढ़ दर्जन गांवों के लोगों का आवागमन मुश्किलों भरा है। बैतुल्लाह का कहना है कि जर्जर सड़क की मरम्मत न होने से हर वक्त डर बना रहता है। शिव पूजन का कहना है कि समस्या समाधान के लिए विभाग समेत जनप्रतिनिधियों से कहा गया। मगर कोई सुनवाई न होने से रीढ़ तोड़ने वाली सड़क पर चलने की मजबूरी है। गौरी शंकर, जलाल खां, अतीक अहम, रहमत अली, राजीव कुमार आदि ने खराब सड़कों की मरम्मत कराए जाने की मांग की है।

अधिशासी अभियंता आशुतोष मणि त्रिपाठी का कहना है कि जेई को भेजकर स्थिति के बारे में पता करवाता हूं। सड़क का मरम्मत हर हाल में कराया जाएगा।


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