खतरे की दावत दे रहे सूखे पेड़
सिद्धार्थनगर : ककरहवा-मोहाना मार्ग पर सूखे पेड़ों की भरमार है। तेज हवा व आंधी पानी में कभी भी किसी वा
सिद्धार्थनगर : ककरहवा-मोहाना मार्ग पर सूखे पेड़ों की भरमार है। तेज हवा व आंधी पानी में कभी भी किसी वाहन अथवा राहगीर पर गिरकर जानलेवा साबित हो सकते हैं। किसान की मजबूरी है कि वह अपने सूखे पेड़ को काट भी नहीं सकता, क्योंकि उसे काटने के लिए तमाम सरकारी नियमों से गुजरना पड़ता है। ऐसी स्थिति में सड़कों के किनारे पेड़ सूख कर भी खड़े रहते हैं। राहगीरों के लिए हमेशा खतरा बना रहते हैं।
ककरहवा से सटे गांव मगरहिया के पास से गुजर रही नेशनल हाइवे सड़क पर ऐसे तमाम सूखे पेड़ कभी भी धराशायी होकर बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकते हैं, पर जिम्मेदारों की नजर नहीं पड़ रही है। हरिशंकर त्रिपाठी, संतोष, जान्हवी, अवेधश शुक्ला, कृष्ण कुमार, राम प्रसाद, उमाशंकर, काशी, रामफल, ओम प्रकाश आदि क्षेत्रीय नागरिकों ने वन विभाग से समस्या के निदान की मांग की है।
ककरहवा चौकी के वन दारोगा ध्रुव चन्द्र उपाध्याय का कहना था कि रखवाली करके अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं हाथ कानून से बंधे हैं। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है, लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक इस पर कोई निर्देश नहीं मिला है। जिससे सड़क के सूखे पेड़ों को काटा नहीं जा सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्रशासन किसी अनहोनी के इंतजार में तो नहीं है।