पर्यावरण की सुरक्षा में सबकी हो भागीदारी
पटाखों से करना होगा परहेज देश दुनिया में आये दिन हो रही तबाही पर्यावरण असंतुलन के कारण है। पर्
पटाखों से करना होगा परहेज
देश दुनिया में आये दिन हो रही तबाही पर्यावरण असंतुलन के कारण है। पर्यावरण सुरक्षित रखने का दायित्व सभी का है। दीपावली ही नहीं, प्रत्येक पर्व को खुशी के साथ मनाते हुए हमारा ध्यान इस पर विशेष रूप से रहना चाहिए कि कहीं ऐसा कोई कार्य तो नहीं किया जा रहा है, जो पर्यावरण बिगाड़ने की दिशा में अग्रसर है। दीपों के पर्व पर हम सभी का कर्तव्य बनता है कि वातावरण शुद्ध रखने के लिए पटाखों से परहेज करें। इसी में सबकी भलाई है।
बृजेश कुमार पाठक रजिस्ट्रार-डुमरियागंज
प्रदूषण मुक्त मनाएं दीपावली
कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे पर्यावरण की शुद्धता को खतरा हो। प्रदूषण मुक्त दीपावली के लिए जनमानस में जागरुकता नितांत आवश्यक है। यदि आम नागरिक देश, समाज व अपने कर्तव्यों के प्रति जागरुक हुआ तो वह कोई ऐसा कार्य नहीं करेगा, जिससे पर्यावरण संतुलन बिगड़ जाए, आइए दीपावली पर हम सभी शपथ लें कि हम प्रदूषण को बढ़ावा देने जैसा कोई कार्य नहीं करेंगे।
रमापति सिंह वरिष्ठ अधिवक्ता -डुमरियागंज
पर्यावरण की शुद्धता में सहभागी बनें
यदि हम समय रहते नहीं चेते तो हमें हुदहुद जैसे संकट का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम पहले से सचेत होकर पर्यावरण की सुरक्षा में लग जायें। संकल्प लें कि दीपावली पर पटाखा फोड़ने के बजाय दीप जला कर पर्यावरण की सुरक्षा में कदम कदम बढ़ाये और पर्यावरण की शुद्धता में सहभागी बनें।
विश्वामित्र त्रिपाठी, प्रधान-बिलवट-डुमरियागंज
पटाखे से ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा
पटाखे ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं। प्रदूषण मुक्त वातावरण रखने की जिम्मेदारी सभी नागरिकों की है। इस संदेश को जन-जन तक पहुंचा कर उन्हें जागरुक करना भी आवश्यक है। सरसों तेल के दीप, रोशनी, मिष्ठान वितरण के अलावा पर्यावरण की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा, तभी हमारा और आप का कल स्वस्थ व सुरक्षित रह सकता है।
रुपेन्द्र मोदनवाल, अधिवक्ता -डुमरियागंज