जिम्मेदारों ने खींचा हाथ, कैसे मिले अभियान का साथ
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत के सपने को साकार करने के लिए सफाई की विशे
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत के सपने को साकार करने के लिए सफाई की विशेष अभियान जिले में धराशायी होकर रह गया है। जिम्मेदारों के हाथ खींचने से अभियान को साथ नहीं मिल पा रहा है। मुहिम में पूरा देश व समाज जुटा हुआ है, पर जनपद में अभियान सिर्फ गांधी जयंती तक ही सिमट कर रह गया।
बीते 23 सितंबर से 25 अक्टूबर तक विशेष स्वच्छता अभियान को लेकर पंचायती राज विभाग ने वृहद कार्ययोजना तैयार की। इसके तहत तिथिवार ग्राम पंचायतों में विविध कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशेष स्वच्छता अभियान का संदेश भी आ पहुंचा। इसके बाद जगह-जगह अभियान चलाकर सफाई की गई। प्रधानमंत्री का भी संदेश आने के बाद सत्ता पक्ष से जुड़े जनप्रतिनिधि तो कान खड़ा कर लिए। ऐसे में बेचारे अफसर महात्मा गांधी जयंती के बहाने सरकारी कार्यालयों के परिसरों में झाड़ू लगाकर कर्तव्यों की इतिश्री की। इसके बाद अफसर, जनप्रतिनिधि को कौन कहें, समाजसेवा का दंभ भरने वालों ने भी अभियान से ऐसा मुंह मोड़ा कि उन जगहों पर भी गंदगी का ढेर लग गया, जहां विशेष अभियान के तहत सफाई की गई थी।
दीवानी कचहरी के अधिवक्ता राकेश सिंह कहते हैं कि विशेष स्वच्छता अभियान को चंद दिनों के लिए है, पर इसको सदैव चलाने के लिए हर वर्ग को पहल करना चाहिए। अभियान लम्बे समय तक चलता रहना चाहिए, जिससे स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत का सपना साकार हो सके। अभियान को सकारात्मक रूप में लेने की आवश्यकता है। इसमें विशेष की भूमिका का नकारना होगा।
शहर के युवा शाद अहमद का कहना है कि स्वच्छता अभियान को गति देने के लिए स्वयं पहल करना होगा। पहले अपने घर की सफाई से शुरूआत हो और उसके बाद आगे की। इस सोच के साथ अभियान को लेंगे तो निश्चय ही स्वस्थ समाज का निर्माण संभव होगा।
भनवापुर विकास खंड का गांव कमसार स्वच्छता अभियान को चिढ़ाने के लिए काफी है। सोमवार को अपने घर के पास बनी नाली को हाथ से साफ करते हुए चिनकू ने बताया कि सफाई कर्मी की लापरवाही को लेकर ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी से कई बार कहा। मगर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जब देश का प्रधानमंत्री हाथ में झाड़ू थाम सकता है तो यहीं सोचकर खुद नाली साफ कर स्वच्छता अभियान में मदद कर रहा हूं। सचिन ने बताया कि गंदगी के चलते उठ रही दुर्गध से सांस लेना मुहाल है। सूरज कुमार ने बताया कि सफाई न होने के चलते गंदगी से जाम नालियों का गंदा पानी सड़क पर पसरा रहता है। जिससे लोगों को कीचड़ में आने जाने की मजबूरी है। सोनू, चिनकू, मोनू, श्रीकांत, दशविंदर आदि ने डीपीआरओ से लापरवाह सफाईकर्मी पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
खुनियांव विकास खड परिसर से सोमवार को स्वच्छता रथ निकाल कर लोगों को जागरुक किया गया। एडीओ पंचायत रवि कुमार ने रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। ब्लाक परिसर से निकला रथ बढ़या, भटंगवा, धोबहा, पचमोहनी, भिटिया, मझौवा, टिकुईया, सेनुरी, सेमरी, बरगदवा, गंगवल, करही, मधवापुर, होरिलापुर, गौरडीह आदि गांवों में जाकर लोगों को खुद स्वच्छ रहने के साथ गांव को गंदगी मुक्त करने के लिए जागरुक किया। जेई ईआरएस मुस्तकीम, डीपीसी अमित श्रीवास्तव, अनिल, विजय कुमार, जय प्रकाश राय, मो. सईद, हरिशंकर सिंह, राधेश्याम दुबे, सुदामा प्रसाद, जगदीश, गोपाल पाठक, राजीव कुमार आदि शामिल रहे।