मजार पर चढ़ाई चादर, मांगी दुआएं
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : तहसील अन्तर्गत ग्राम पंचायत वासा दरगाह में हजरत मखदूम सैय्यद शाह हिसामुद्दीन कैनानी फिरदौसी रहमतुल्लाह के 84 वें सालाना उर्स में भारी तादाद में अकीदत मंदों की भीड़ उमड़ी। मजार पर जहां श्रद्धा पूर्वक चादर चढ़ाई गई वहीं अमन व सलामती की दुआएं भी मांगी गई। उर्स के मद्देनजर मजार के मैदान में मेले का भी आयोजन हुआ, जहां लोग खरीदारी करते देखे गए, बच्चों का उत्साह चरम पर दिखा, मुख्य आकर्षण का केंद्र झूला रहा, जिस पर बच्चों के अलावा युवा भी झूला का मजा लेते नजर आए।
सालाना उर्स पर गुरुवार को मजार पर सुबह से भीड़ एकत्रित होने लगी। करीब साढे आठ बजे सजादा नशीन काजी मुहम्मद मदनी की अगुवाई में सबसे पहले गुसल व सरकारी चादर पूरे एहतेराम से चढ़ाई गई। इसके बाद अकीदत मंदों ने अपनी-अपनी मनौती मांगनी शुरू की। मजार पर मुर्गा-चादर चढ़ाने व भण्डारे का सिलसिला जो प्रारंभ हुआ वह समाचार लिखे जाने तक जारी रहा। जगह-जगह शुद्ध पानी व शर्बत के स्टाल भी लगाये गए। मेला प्रांगण में हर वर्ग के लोग खरीदारी करते देखे गए, महिलाओं एवं बच्चों की संख्या उल्लेखनीय रही। मनोरंजन के लिए कई किस्म के झूले के संसाधन उपलब्ध रहे। खिलौने की दुकानें भी आकर्षक ढंग से सजाई नजर आई। नसीम बाबा, अपदाली, फसी, जावेद मोईज, अकबर निजामी, अरशद, राजू, रीशू, काजी सुहेल, मसूद, आजम आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। शांति व्यवस्था के लिए भवानीगंज, डुमरियागंज, त्रिलोकपुर पुलिस सक्रिय दिखी। फायर बिग्रेड की गाड़ी व जवान भी स्थल पर मौजूद रहे।