नकली कीटनाशक दवाओं की बिक्री
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : लाइसेंस के बगैर क्षेत्र के चौराहों पर कीटनाशक की दुकानें बिना किसी दहशत के चल रहीं है। लेकिन विभाग के पास गिने चुने दुकानों का ही पंजीकरण है, ऐसे में बिना लाइसेंस की दुकान से खाद बीज व कीटनाशक लेकर किसान ठगी के शिकार हो रहे हैं।
कृषि विभाग द्वारा किसानों को यह भी हिदायत दी जाती है कि कीटनाशक के खरीद के समय कैशमेमो जरूर ले ताकि सामग्री घटिया होने पर बाद में संबंधित पर कार्यवाही की जा सके । वहीं शासन द्वारा भी यह फरमान दिया गया है कि बिना लाइसेंस के कीटनाशक की बिक्री न होने पाये। विभागीय लापरवाही के चलते क्षेत्र का कोई ऐसा चौराहा नहीं है जहां इसकी बिक्री न हो रही हो। कुछ ऐसे भी चौराहे व कस्बे हैं जहां इनकी दुकानें एक दर्जन के आस पास हैं। किसानों को पंजीकृत दुकानों से समय से दवा नहीं मिलती जिससे वह मजबूर हो कर बिना लाइसेंस की दुकानों के चंगुल में फंस कर ठगी का शिकार हो जाते हैं। किसानों में अनीस अहमद, भगेलू यादव, अनुज कुमार, रफीक चौधरी, राम यज्ञ चौधरी, निसार, सलीम, अनवर अहमद, अनसुन यादव, घूरे यादव ने प्रभावी अंकुश की मांग की। डीडी कृषि डा. राजीव कुमार का कहना है कि अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है कि किस दुकान पर बिना पंजीयन के कीटनाशक बिक रहे हैं।