बूथ कर्मियों की समस्या बढ़ायेंगे जर्जर शौचालय
सिद्धार्थनगर : चुनाव की तैयारी में प्रशासन एक माह से भले जुटा है पर क्षेत्र के दो दर्जन बूथों पर व्याप्त समस्या पर इसकी निगाह नहीं पहुंच रही है। हालत यह है कि जर्जर पडे़ शौचालय व दूषित जल मतदान कर्मियों की समस्या बढ़ाने का कार्य करेंगे।
जैसा की विदित है कि आगामी 12 मई को देश की सबसे बड़ी पंचायत का चुनाव होना तय है। इसके लिए प्रशासन विगत एक माह से चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के बीच चुनाव संपन्न कराने का दंभ भर रहा है। सत्यता यह है कि थाना क्षेत्र में बनाये गये कुल 76 बूथों में आधे से अधिक पर समस्याओं का मकड़जाल फैला है। डड़वाघाट, मेचुका, भैंसठ, बिमौवा, कोल्हुई बुजुर्ग, रमटिकरा, बालेजिनवा, सोनफेरवा, तिवारीपुर आदि तीन दर्जन बूथों पर व्याप्त समस्याओं का समाधान करने में अभी तक प्रशासन नाकाम ही है। यहां के अधिकांश शौचालय जहां जर्जर हो चुके हैं वहीं कई में फाटक व सीट तक नदारद है। रही बात पेयजलापूर्ति की तो नल लगे हैं, पर उसके दूषित जल पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा, जबकि इन्हीं बूथों पर पुरूषों के साथ महिला चुनाव कर्मी भी चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न कराने का कार्य करेंगी। पुरूष कर्मी तो जैसे-तैसे नित्य क्रिया से फारिग हो लेंगे पर महिलाओं के लिए यह एक विकट समस्या होगी।