पुल का काम अधूरा छोड़कर ठेकेदार फरार
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर: विकास खंड बढ़नी से सटे सीमावर्ती क्षेत्र के दर्जनों गांवों के मध्य से घोराही नदी गुजरती है। ऐसे ग्रामीणों को इस पार से उस पार जाने में कई किमी का सफर तय करना पड़ता है। किसी तरह यहां पुल बनने का काम तो शुरू हुआ, लेकिन पिछले दिनों निर्माण कार्य अधूरा छोड़कर ठेकेदार फरार हो गया है।
ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त की है कि पुल निर्माण अधिकारियों की मिलीभगत से लटक रहा है। ताकि यह बाढ़ का शिकार हो जाये। ग्रामीणों की आशंका यदि सच साबित हुई तो दर्जनों गांवों के नागरिकों को जबर्दस्त धक्का लगेगा। सीमा से सटे टीसम गांव के पास गुजरने वाली पहाड़ी नदी घोराही पर बार्डर एरिया डेवलपमेंट के अंतर्गत 82 लाख रुपये बजट के 30 मीटर लंबे पुल का काम एकाएक बंद हो गया है। किसान नेता गयासुद्दीन खान का कहना है कि ठेकेदार ने पुल खड़ा कर दिया, लेकिन पंखी व अप्रोच बिना बनाये ही नीचे फर्श बना रहा था। इस पर ग्रामीणों ने आपत्ति किया तो ठेकेदार पूरा निर्माण संसाधन लेकर रातोंरात गायब हो गया। गांव के रामलखन राजभर का कहना है कि गोपनीय स्तर पर पता चला है कि बजट बढ़ जाने के कारण ठेकेदार सिर्फ पुल ही बनायेगा। काम बंद होने के बाद आरईएस विभाग के एक्सियन व जेई आदि काम करवाने के लिए हम लोगों के साथ बातचीत किये। अधिकारियों का कहना था कि पंखी व अप्रोच का अलग से पैसा पास होगा, जबकि स्टीमेट में पूरी तरह से इसका उल्लेख है। ग्राम प्रधान कमर आलम, राकेश पाण्डेय, पूर्व प्रधान मो. मुस्तफा, जयकरण आदि लोगों का कहना है कि विकास का वादा करने का दावा करने वाले नेताओं को जनता चुनाव में जवाब देगी।
इस मामले में ईशम सिंह एक्सियन (आरईएस विभाग) का कहना है कि ग्रामीणों ने काम बंद करवा दिया है। अप्रोच का बजट कम पड़ रहा है। इसके लिए प्रयास जारी है। बरसात के पूर्व काम पूरा हो जाएगा।
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इंसर्ट..
पुल पर खूब हुई सियासत
उक्त पुल 2012 में पास होने के बाद भी सियासत भी भेंट चढ़ गया। इस पुल को अन्य जगह बनाये जाने की भनक लगने के बाद ग्रामीणों ने जल सत्याग्रह की धमकी दी थी। बात मीडिया में आने के बाद इससे जुड़े लोगों ने मामले की गंभीरता समझते हुए कार्य शुरू करवा दिया। इससे पूर्व उक्त पुल का शिलान्यास विधायक के पुत्र व पूर्व ब्लाक प्रमुख उग्रसेन सिंह ने किया। इस दौरान ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पुल में जितना बजट कम होगा हम अपने निधि से देंगे। ठीक एक सप्ताह के अंदर विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने भी पुल निर्माण में बाधाओं को दूर करने का भरोसा गांव में एक कार्यक्रम के दौरान दे चुके हैं।