प्रशासन मनाने में नाकाम, धरने पर डटी भाकियू
श्रावस्ती: जनसमस्याओं के निस्तारण में प्रशासनिक उदासीनता को लेकर धरने पर बैठे भाकियू कार्यकर्ताओं का
श्रावस्ती: जनसमस्याओं के निस्तारण में प्रशासनिक उदासीनता को लेकर धरने पर बैठे भाकियू कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा। प्रशासन आंदोलनरत किसानों को मनाने में विफल रहा।
जिलाध्यक्ष रामस्वरूप वर्मा ने कहा कि इकौना तहसील में कुछ कर्मचारी वर्षो से जमे हुए हैं। इन्होंने तहसील को लूट-खसोट का अड्डा बना दिया है। इनका स्थानांतरण दूसरे तहसील में होना चाहिए। सूखी पड़ी माइनरों व रजवाहों में टेल तक पानी पहुंचाने तथा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में गरीब किसानों की भूमि पर हो रहे अवैध कब्जे को रोका जाय। जिला सचिव शिवकुमार सिंह नायक ने कहा कि राशनकार्डो के सत्यापन के लिए गठित की गई टीम निष्क्रिय हैं। इसके चलते सत्यापन कार्य नहीं हो पा रहा है। इसमें हीलाहवाली करने वालों को दंडित किया जाए। विद्युत विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार में लिप्त जेई व संविदाकर्मी अवैध कनेक्शन देकर विद्युत खपत बढ़ा रहे हैं। अभियान चलाकर कनेक्शन चेक किए जाएं तथा क्षेत्रीय अवर अभियंता व संविदाकर्मियों को दंडित किया जाय। किसानों ने जिलाधिकारी को संबोधित 11 सूत्रीय मांगपत्र प्रशासन को सौंपकर 26 मई तक निस्तारण की मांग की। तय समय में समस्या का समाधान न होने पर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई। धरना-प्रर्दशन में सोम शर्मा, प्रमोद तिवारी, रक्षाराम भारती, सीताराम वर्मा, बांके लाल, मेहीलाल, ओंकारनाथ, बाबूराम मिश्र, ननकुन्ना देवी, सविस बेगम, रामदुलारी, रामसुंदर, अभिलाख व रेखा आदि शामिल रहे।