हर-हर गंगे के बीच शुरू तटबंध निर्माण आंदोलन
श्रावस्ती: हर-हर गंगे और हर-हर महादेव के जयघोष के बीच राप्ती नदी तटबंध निर्माण का आंदोलन शुरू हो गया
श्रावस्ती: हर-हर गंगे और हर-हर महादेव के जयघोष के बीच राप्ती नदी तटबंध निर्माण का आंदोलन शुरू हो गया। अंधरपुरवा के पास राप्ती नदी के किनारे हवन-पूजन के बाद घंटे, घड़ियाल व शंख ध्वनि के बीच तटबंध निर्माण के पहले चरण के आंदोलन में हस्ताक्षर अभियान के लिए पद यात्रा निकाली गई।
राप्ती नदी तटबंध निर्माण संघर्ष समिति के संयोजक/नगर पंचायत इकौना के अध्यक्ष जीतेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में यह आंदोलन शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में हर वर्ष राप्ती नदी के कहर से जन-धन की हानि होती है। इस समस्या से निजात दिलवाने के लिए तथा राप्ती नदी का सर्वेक्षण कराकर स्थाई तटबंध बनाए जाने के लिए संघर्ष समिति का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि समिति बाढ़ प्रभावित गांवों में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी ताकि अधिक से अधिक लोग इस मुहिम में जुड़ सकें। अयोध्या से आए संत सर्वेश महराज ने पूजन-अर्चन कराकर शंख ध्वनि के साथ पद यात्रा को रवाना किया। इस मौके पर भोलानाथ मिश्र, विनय त्रिपाठी, माधवराम यादव, पुरुषोत्तम पाठक, रूद्रप्रकाश शर्मा, रवि गुप्ता, रामप्रताप गुप्ता, बाबूराम गुप्ता, खेमराज गुप्ता, दद्दुल यादव, महंत यादव, ओम प्रकाश यादव, राम सनेही, सोनू चौहान, दीपक कुमार समेत अंधरपुरवा, महरौली, दहावरकला, नरायनजोत, किड़िहौना, भोजपुर, धर्मपुर, बगहा, मझौवा शुमाल, कोटवा, इमलिया सहित दर्जनों गांवों के तमाम लोग मौजूद रहे। संयोजक गुप्ता ने बताया कि राप्ती नदी तटबंध निर्माण संघर्ष समिति का मुख्य उद्देश्य है कि जमुनहा से भाखला सेतु होते हुए राजगढ़ गलरिहा से फत्तूपुर तनाजा तक राप्ती नदी के दोनों ओर मजबूत बांध बनाया जाए। नदी के किनारे सुरक्षित स्थानों पर विस्थापितों के लिए प्रत्येक ब्लॉक के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में कम से 15 हजार टीन शेड का निर्माण कराया जाए जिससे बाढ़ के दौरान पीड़ित लोगों को तत्काल शरण मिल सके।