संकल्प से मिलेगी सफलता की मंजिल
शामली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजन डॉक्यूमेंट के बाद प्रदेश के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने
शामली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजन डॉक्यूमेंट के बाद प्रदेश के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जनपद में विकास, सरकार की योजनाओं और पीएम मोदी के विजन को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। शामली के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम ¨सह से दैनिक जागरण के संवाददाता अनुज सैनी ने खास बातचीत की। उन्होंने विभिन्न योजनाओं व मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
जनपद के विकास में विजन डॉक्यूमेंट किस तरह से सहायक होगा?
केंद्र एवं प्रत्येक प्रदेश सरकार का एक विजन होता है। विजन यानि कि विकास को लेकर दूरदृष्टि। विजन डॉक्यूमेंट इसी को साकार करने की एक रणनीति होती है। सरकार की योजनाओं, विकास के मुद्दों व मंशा को राष्ट्रहित तथा समाजहित में धरातल पर उतारने का काम कार्य पालिका के जरिए किया जाता है। लोगों के हितों से जुड़ा होने के कारण यह तरीका एकदम कामयाब है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश का मूलमंत्र क्या है?
प्रधानमंत्री ने साफ किया है कि विकास किसी भी कारण से रुकना नहीं चाहिए। एक नई सोच, मजबूत इरादे के साथ प्रत्येक व्यक्ति व अफसर को आगे बढ़ना चाहिए। सरकार नीतियां बनाती है। इन्हें अधिकारी व आमजन मिलकर ही कामयाब बनाते हैं।
शामली के विकास के लिए क्या योजनाएं बनाई है?
जिले के विकास के लिए हमने 10 बिंदुओं पर योजना तैयार की है। इसमें शामली की प्रमुख समस्याओं को दूर करने का प्रबंध किया गया है। जिले की तीनों तहसील व ब्लॉकों के लिए बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क के साथ प्रत्येक वर्ग का ख्याल रखा गया है।
सवाल: स्वच्छ भारत अभियान के लिए क्या प्रयास किए गए हैं, इस अभियान को आप किस तरह देखते हैं?
प्रदेश में सबसे पहले शामली को ओडीएफ कराया गया है। ग्रामीण अंचल के उपरांत अब निकायों को ओडीएफ करने के लिए योजना शुरू कर दी गई है। अक्टूबर 2018 तक ओडीएफ घोषित करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही ओडीएफ-प्लस योजना के तहत किशोरी, युवती व महिलाओं को जागरूक करने का काम किया जाएगा। महिला स्वयंसेविकाओं के समूह द्वारा उत्पादन, स्वच्छता और रोजगार दिलाने का काम होगा। प्रत्येक ब्लॉक में दो स्वयंसेविका सहायता समूह काम करेंगे।
जिले में शिक्षा के क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए क्या योजना होगी?
शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों को हाइटेक बनाने का काम किया जाएगा। इनमें प्रत्येक साल 25 सरकारी स्कूलों को इंग्लिश मीडियम की तर्ज पर संचालित किया जाएगा। टेलीविजन, प्रोजेक्टर कंप्यूटर से अच्छी शिक्षा का प्रावधान होगा। इसके लिए सुंदरीकरण, फर्नीचर आदि में जनसहयोग व दूसरे मद से प्राप्त होने वाले राजस्व का फंड प्रयोग करेंगे।
जिले की तहसीलों में जनहित में क्या नया प्रयोग होगा?
शामली जनपद में जमीनों, नाली, चकरोड समेत विभिन्न राजस्व संबंधी शिकायतें व वाद आए दिन आते रहते हैं। जिले की तीनों तहसीलों में प्रति वर्ष 10-10 गांवों को वाद रहित घोषित किया जाएगा। इसके लिए झगड़ों को कानूनी तरीकों, बैठकर सुलझाने, प्रधान, जनता व अधिकारियों के सहयोग से किया जाएगा। हर साल जिले के 30 गांवों को पूरी तरह से वाद रहित घोषित करने पर जोर रहेगा।
कृषि के लिए आपने क्या खास योजना बनाई है?
जनपद शामली कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। गन्ना यहां की प्रमुख फसल है। प्रदेश में गन्ना का उत्पादन 723.76 कुंतल प्रति हेक्टेयर का औसत है, जबकि शामली में यह 843.40 प्रति हेक्टेयर है। इसे एक साल में 900 कुंतल प्रति हेक्टेयर ले जाकर पूरे देश सबसे अच्छा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसमें उन्नत बीजों, किसानों को पैदावार के तरीके व वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर जोर दिया जाएगा।
यह जिला ग्राम प्रधान है। गांवों के लिए क्या ठोस कदम उठाएंगे?
जिले के गन्ना समितियों से संबंधित इलाके में ग्रामीण मार्गो का जीर्णोद्धार कराने का काम होगा। आठ करोड़ की लागत से मार्गो का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इसके साथ ही अंत्योदय ग्राम योजना के तहत प्रत्येक साल 10 गांवों को हर साल गरीबी मुक्त कराया जाएगा। इसके लिए ठोस कदम उठाएं जाएंगे।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में शामली के लिए क्या खास होगा?
संस्थागत प्रसव पर जोर दिया जाएगा। कम से कम हर साल साढ़े आठ हजार संस्थागत प्रसव का लक्ष्य रखा गया है। परिवारों को चिकित्सालयों में ही प्रसव कराने पर जोर रहेगा। जच्चा-बच्चा के सेहत के लिए खास योजना बनाई गई है। इसके साथ ही प्रतिवर्ष 500 मोतिया¨बद के ऑपरेशन कराए जाएंगे। कुपोषण के खात्मे के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल पुष्टाहार व पंचायती राज विभाग मजबूती से काम करेंगे।
जिला मुख्यालय व विभागों के निर्माण कार्यो के लिए क्या प्ला¨नग है?
निर्माण कार्यो में तेजी लाकर निर्धारित समय पर काम कराया जाएगा। स्वास्थ्य केंद्र बनत में निर्माण कार्य मार्च तक पूरा कराया जाएगा। इसके साथ ही जसाला में ड्रग वेयर हाउस व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण तेजी से कराया जाएगा।
जिले के विकास में आम आदमी कैसे भागीदारी कर सकता है?
लोगों से अपील है कि वह सरकारी योजनाओं को सकारात्मक तरीके से लें। योजनाओं में खामियों की शिकायत करने के साथ-साथ उनके हल को लेकर भी वह अपने निजी स्तर पर काम कर सकते है।