शिक्षामित्रों ने राज्यमंत्री का घेराव कर किया हंगामा
शामली : समायोजन रद होने से अक्रोशित शिक्षामित्रों ने बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल क
शामली : समायोजन रद होने से अक्रोशित शिक्षामित्रों ने बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल का घेराव कर जमकर हंगामा किया। शिक्षामित्रों ने समायोजन रद होने के विरोध में नारेबाजी करते हुए सरकार से समयोजन बहाल करने की मांग की। समीक्षा बैठक के बाद शिक्षा मंत्री कार में बैठने लगी तो शिक्षामित्रों का पारा बढ़ गया। उन्होंने मंत्री के कार का घेराव करते हुए रोक लिया। यह स्थिति देखकर अधिकारियों के पसीने छूटने लगे। डीएम व एसपी समेत तमाम आला अधिकारियों ने शिक्षामित्रों को मनाने की कोशिश की, लेकिन वे अड़े रहे। बाद में शिक्षामंत्री ने कार से उतरकर पैदल ही तहसील गेट पर पहुंचकर शिक्षामित्रों का ज्ञापन लिया, तब जाकर वे शांत हुए।
शुक्रवार को शामली कलक्ट्रेट में पहुंची बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल का शिक्षामित्रों ने घेराव करते हुए जमकर हंगामा किया। इससे पहले पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में मंत्री के आगमन की सूचना पाकर शिक्षामित्रों ने गेस्ट हाउस के सामने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की, लेकिन मंत्री सीधा कलक्ट्रेट पहुंच गईं। यहां से समीक्षा बैठक लेकर निकली तो शिक्षामित्रों ने उनकी कार रोककर हंगामा करना शुरू कर दिया। मंत्री को ज्ञापन देन चाहा तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। बामुश्किल शिक्षामित्र अंदर पहुंचे तो बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल शिक्षामित्रों का ज्ञापन लिए बिना ही गाड़ी में बैठकर चल दी।
शिक्षामित्रों में मंत्री के इस रवैये से गुस्सा भर आया। उन्होंने मंत्री के रास्ते को रोक लिया। अफसरों व मंत्री का रास्ता रुका तो अफसरों के हाथ पांव फूल गए। डीएम इंद्र विक्रम ¨सह, एसपी अजय पाल शर्मा, सीडीओ रेणु तिवारी समेत आला अधिकारियों ने शिक्षामित्रों को मनाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। नारेबाजी व हंगामा बढ़ता देख आखिरकार मंत्री मजबूर होकर अपनी गाड़ी से नीचे उतरी और पैदल चलकर तहसील गेट के नजदीक रुके शिक्षामित्रों से ज्ञापन लिया। इस बीच पुलिस व शिक्षामित्रों की तीखी नोकझोंक भी हुई।
मंत्री के ज्ञापन लेने व समस्या को दिखवाने का आश्वासन देने पर शिक्षामित्रों का गुस्सा शांत हुआ। इसमें जिलाध्यक्ष चैनपाल चौधरी, प्रमोद शर्मा, तनसीफ चौधरी, नाजिम राणा, आदेश चौधरी, सविता, दर्शन देवी, सारिका, प्रवनी, ¨बदिया, सुषमा, सपना, उपकार, नाथीराम समेत सैकड़ों शिक्षामित्र मौजूद रहे।
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भूखे मरेंगे तो सरकार के नुमाइंदों को भूखा मार देंगे
हंगामे के दौरान शिक्षामित्रों का कहना था कि सरकार हमारी बात को सुने और दोबारा से नया अध्यादेश लाकर हम लोगों का दोबारा समायोजन किया जाए। सरकार की लचर पैरवी की वजह से हम लोग कोर्ट में हार गए। शिक्षामित्रों ने दो टूक कहा कि अगर हम भूखे मरेंगे तो हम सरकार के नुमाइंदों को भी भूखे मार देंगे। शिक्षामित्रों का कहना था कि भूखा आदमी कुछ भी कर गुजर सकता है।
मंत्री की कार में सीडीओ हुई सवार
समीक्षा बैठक से निकलते ही राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल की कार में मुख्य विकास अधिकारी रेणु तिवारी भी बैठ गई, लेकिन इसी बीच शिक्षामित्रों ने कार का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया। कुछ देर बैठा रहने के बाद हंगामा बढ़ता देख सीडीओ मंत्री के साथ ही तहसील गेट पर पहुंची। यहां शिक्षामित्रों से मंत्री ने ज्ञापन लिया। इसके बाद दोनों फिर से कार में बैठकर तहसील से रवाना हो गई।
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शिक्षामित्रों को समझाते रहे डीएम-एसपी
राज्यमंत्री की कार को कलक्ट्रेट से निकालने के लिए डीएम इंद्र विक्रम ¨सह व एसपी अजयपाल ने भरसक प्रयास किया। दोनों अधिकारियों के साथ ही सीओ सिटी अशोक कुमार भी शिक्षामित्रों को समझाते रहे, लेकिन शिक्षामित्र नहीं माने। बाद में दोनों अधिकारी मंत्री को साथ लेकर शिक्षामित्रों के बीच पहुंचे।