जिले की 16 ग्राम पंचायतों को भेजी गई थी परफोर्मेंस ग्रांट
शामली : पंचायतराज विभाग में पकड़े करोड़ों के घोटाले की जद में शामली जनपद का नाम आने स
शामली : पंचायतराज विभाग में पकड़े करोड़ों के घोटाले की जद में शामली जनपद का नाम आने से अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। शासन स्तर से शामली जनपद की 16 ग्राम पंचायतों में संस्तुत निष्पादन अनुदान (परफोर्मेस ग्रांट) भेजी गई थी। जिला प्रशासन ने इस मामले की भनक लगने पर पहले ही इस ग्रांट के खर्च करने पर रोक लगा दी गई थी, हालांकि तब तक तीन ग्राम पंचायतों में इस ग्रांट की कुछ धनराशि खर्च कर ली गई थी। जिला पंचायत राज अधिकारी ने इन ग्राम पंचायतों से खर्च हुई ग्रांट की रिपोर्ट मांगी है।
प्रदेश के पंचायती राज राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार भूपेंद्र ¨सह ने लखनऊ में रविवार को 14वें वित्त आयोग के तहत 2016-17 में ग्राम पंचायतों को दी गई परफोर्मेंस ग्रांट में करोड़ों रुपये की अनियमितताएं होने का राजफाश किया है। पंचायतराज विभाग में हुए इस घोटाले में शामली जनपद का नाम भी जुड़ा है। राज्य मंत्री के राजफाश के बाद शामली में सोमवार को अधिकारियों में दिनभर हड़कंप मचा रहा और विभागीय अधिकारी व कर्मचारी फाइलें खंगालते नजर आए। विभागीय जानकारी के मुताबिक परफोर्मेंस ग्रांट के नाम पर जिले की ऊन ब्लाक की 14 व कैराना ब्लाक की दो यानि कुल 16 ग्राम पंचायतों को तीन करोड़ 35 लाख 222 रुपये करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। इनमें से तीन ग्राम पंचायतों ने ग्रांट से कुछ रकम विकास कार्यों के नाम पर खर्च कर दी गई थी। शासन स्तर से इन अनियमितताओं की जांच शुरू होने की भनक लगते ही जिला प्रशासन ने 29 जुलाई 2017 को इन सभी ग्राम पंचायतों में परफोर्मेंस ग्रांट के खाते पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 21 सितंबर को इस मामले की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई थी। जिला पंचायत राज अधिकारी नरेशचंद्र ने जिन तीन ग्राम पंचायतों में परफोर्मेंस ग्रांट की धनराशि खर्च हुई, उसकी रिपोर्ट मांगी है।
इन ग्राम पंचायतों में भेजी गई परफोर्मेंस ग्रांट
ऊन ब्लाक की ओदरी, खेड़की, खेड़ी खुशनाम, टोडा, ¨ढढाली, तिसंग, ¨पडोरा जहांगीरपुर, पेलखा, बल्ला माजरा, मंसूरा, मालेंडी, राझड़, सिकंदरपुर, हरसाना व कैराना ब्लाक की बधेव कन्नू खेड़ा व बधुपुरा शामिल हैं।
इनका कहना है..
शासन से जिले की 16 ग्राम पंचायतों में परफोर्मेंस ग्रांट भेजी गई थी।इन ग्राम पंचायतों को मिली ग्रांट को खर्च करने पर पहले ही रोक लगा दी थी, उस समय तक तीन ग्राम पंचायतों में विकास कार्यो में कुछ धनराशि खर्च होने की जानकारी मिली थी। इसकी रिपोर्ट पहले ही शासन को भेज दी गई थी। जिन तीन ग्राम पंचायतों में जो धनराशि खर्च हुई, उनकी रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही ऑडिटर की बैठक बुलाकर पूरे मामले की जांच की जाएगी।
- नरेश चंद्र, जिला पंचायत राज अधिकारी, शामली।