272 खाताधारकों को आयकर विभाग ने भेजे नोटिस
शामली : नोटबंदी के दौरान विभिन्न खातों में रकम जमा करने वालों की छानबीन शुरू हो गई हैं। नोटबंदी के द
शामली : नोटबंदी के दौरान विभिन्न खातों में रकम जमा करने वालों की छानबीन शुरू हो गई हैं। नोटबंदी के दौरान खातों में दस लाख रुपये से अधिक रुपये जमा करने वाले खाताधारक आयकर विभाग के रडार पर आ गए हैं। विभाग की ओर से शामली जिले के 272 से अधिक ऐसे खाते चिह्नित किए गए हैं जिनमें दस लाख रुपये से अधिक की राशि जमा कराई गई हैं। इन सभी खाताधारकों को आयकर विभाग की ओर से नोटिस जारी कर दिए गए हैं। विभाग की इस कार्रवाई से खाताधारकों में हड़कंप मच गया है।
नोटबंदी के दौरान पांच सौ व एक हजार के नोट को बंद कर दिया गया था। इन नोटों को खातों में जमा कराया गया। कुछ खाताधारक ऐसे थे जो कालेधन को छुपाने के चक्कर में अपना धन जमा कर आए। आयकर विभाग ने नोटबंदी के दौरान ही इस तरह के खाताधारकों पर नजर रखी थी। नोटबंदी की समय सीमा खत्म होने के बाद आयकर विभाग ने जिले के सभी बैंकों से खाताधारकों के स्टेटमेंट तलब किए। इसके बाद बैंक ने दस लाख से अधिक रकम जमा होने वाले खातों पर अपना शिकंजा कस दिया है। आयकर विभाग ने इन सभी खाताधारकों को नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं। इन खातेदारों को उनके ई-मेल और मोबाइल नंबर पर आयकर विभाग दिल्ली की ओर से मैसेज पहुंचने लगे हैं।
आयकर आयुक्त डॉ. अंजलि तिवारी ने बताया कि आयकर विभाग के दिल्ली मुख्यालय से नोटिस भेजे जा रहे हैं। इनका जवाब ऑनलाइन ही दिया जाएगा।
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ऑनलाइन ही जवाब देने के दिए गए हैं निर्देश
आयकर विभाग ने खाताधारक से उनके खातों में जमा 10 लाख से अधिक की रकम का जवाब पूछा है। मैसेज में कहा गया है कि जो खाते में रकम नोटबंदी के बाद जमा की गई है, खाताधारक उस रकम का स्त्रोत बताएं कि यह रकम उनके पास कहां से आई। विभाग ने यह भी कहा कि रकम का हिसाब-किताब आनलाइन ही विभाग को भेजा जाए। इसके लिए विभाग ने दस दिन का समय दिया है।