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अस्पताल में अवैध मेडिकल स्टोर, दवाइयां जब्त

शामली : शहर में गुरुद्वारा के समीप एमएसके रोड स्थित बीएस अस्पताल पर ड्रग इंस्पेक्टर व एसीएमओ ने सोमव

By Edited By: Published: Mon, 26 Sep 2016 11:45 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2016 11:45 PM (IST)

शामली : शहर में गुरुद्वारा के समीप एमएसके रोड स्थित बीएस अस्पताल पर ड्रग इंस्पेक्टर व एसीएमओ ने सोमवार को छापेमारी की। अस्पताल में बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर चलता मिला और अस्पताल का रजिस्ट्रेशन तीन साल पुराना पाया गया। चालू साल का रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण नहीं मिलने पर अस्पताल संचालक को नोटिस जारी किया गया। अस्पताल के मेडिकल स्टोर से टीम ने 28 प्रकार की दवाइयां कब्जे में लीं, जिनमें से अधोमानक के शक में चार दवाओं के नमूने लिए गए। ड्रग इंस्पेक्टर की तरफ से एफआइआर कराने की तैयारी की जा रही है।

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ड्रग इंस्पेक्टर मनु शंकर अग्रवाल व एसीएमओ डा. सफल कुमार ने सोमवार दोपहर बीएस अस्पताल में छापेमारी की। उनके साथ आदर्श मंडी पुलिस भी मौजूद रही। छापेमारी से अस्पताल में हड़कंप मच गया। ड्रग इंस्पेक्टर मनुशंकर अग्रवाल ने बताया अस्पताल में बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर चलता पाया गया। मेडिकल स्टोर से सभी 20 प्रकार की दवाइयां जब्त की गई हैं। इन दवाइयों में चार के अधोमानक होने का शक है, जिनके नमूने लिए गए हैं। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि अस्पताल में 25 मरीज थे, लेकिन कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। मौके पर पैरामेडिकल स्टाफ रीना वर्मा मिलीं। इससे संभावना बनती है कि मरीजों की जांच व उपचार रीना वर्मा ही कर रही थीं। हालांकि बाद में पहुंचे डा. शमशाद ने बताया कि अस्पताल उनकी देखरेख में चल रहा है। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन तीन साल पुराना 2013 का दिखाया गया। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि रीना वर्मा व एक अन्य के खिलाफ बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर चलाने पर ड्रग्स एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। एसीएमओ डा. सफल कुमार ने बताया कि अस्पताल को नोटिस देकर तीन दिन में सभी कागजात प्रस्तुत करने को कहा है। अगर कागजात पूर्ण नहीं पाए जाते तो एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।

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सीएमओ आफिस में लटकी है नवीनीकरण फाइल

एसीएमओ ने बताया कि जब अस्पताल के डाक्टर से रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि नवीनीकरण के लिए सीएमओ आफिस में आवेदन किया हुआ है। जांच में पाया गया कि नवीनीकरण की फाइल आफिस में जमा है। उन्होंने कहा कि आफिस के बाबू पर वर्कलोड अधिक होने के कारण नवीनीकरण नहीं हो पाया था। बाबू को एक सप्ताह में रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण की कार्रवाई पूरी करने का निर्देश दिया गया है।


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