प्रेमी मिट सकता है, प्रेम नहीं: रामबिहारीदास
जलालाबाद : भगवान कृष्ण द्वारा रुक्मणि का गंधर्व रीति से विवाह का आज अज्ञानी गलत अर्थ निकालते हैं। भग
जलालाबाद : भगवान कृष्ण द्वारा रुक्मणि का गंधर्व रीति से विवाह का आज अज्ञानी गलत अर्थ निकालते हैं। भगवान का रुक्मणि से अटूट प्रेम था, जो भगवान से प्रेम करता है भगवान उसके प्रेम बंधन में बंध जाते हैं। पंजाबी सत्संग भवन कटहरा बाजार में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास रामबिहारी दास ने यह प्रवचन दिए। यज्ञमान स्वरूप में केके वत्स, महेश नारंग सपत्नी रहे। कथा व्यास महंत स्वामी रामबिहारी दास महाराज ने कहा, भगवान जिसके प्रेम बंधन में बंध जाते हैं फिर उसको नहीं छोड़ते हैं। पंचतीर्थी आश्रम थानाभवन के महंत रामदेव जी महाराज ने भी बताया कि भगवान से सच्चे भाव से जो प्यार करता है उस पर सदैव भगवान की कृपा बरसती है। समापन पर कथा सहयोगीजन अंकित गोयल, मोहित गोयल, सोम्मी नारंग, राखी पचिशिया, स्वाति नारंग, वन्दना, वाशु गौड़, अनुराग, माधव चावला, मनोज चावला, लाला बब्लू मित्तल आदि को सम्मानित किया गया। यज्ञ के साथ भंडारा किया गया ।