पीड़िता के क्रॉस बयान शुरू होने से बौखलाए आसाराम
शाहजहांपुर : सच का सामना करने से बच रहे आसाराम, पीड़िता के क्रॉस बयान शुरू होने से बेहद आहत हैं। उन्होंने अपने वकीलों पर इसकी नाराजगी दिखाई। वरिष्ठ अधिवक्ता जगमाल चौधरी समेत दो वकीलों से केस लड़ने से हाथ खड़े करते हुए वकालतनामा भी वापस ले लिया। नतीजतन पीड़िता के बयानों में खलल पड़ गया और दूसरे दिन क्रॉस बयान दर्ज नहीं हो सके।
जोधपुर कोर्ट में बुधवार को पीड़िता के क्रॉस बयान का दूसरा दिन था। निर्धारित समय पर पिता के साथ पीड़िता अदालत पहुंची, लेकिन आसाराम के वकीलों ने जो पैंतरा चला उससे सभी चकित रह गए। दरअसल आसाराम के वरिष्ठ वकील जगमाल चौधरी और प्रदीप चौधरी ने अदालत को अर्जी देकर मुकदमा लड़ने से मना कर दिया। पीड़िता के पिता ने बताया कि आसाराम के अधिवक्ता के वकालतनामा वापस ले लिए जाने से उनकी बेटी के क्रॉस एग्जामिन बयान दर्ज नहीं हो सके। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी आसाराम के वकील क्रॉस बयान होने की दशा में वकालतनामा वापसी का एलान कर चुके थे।
हाईकोर्ट में सुनवाई
आरोपी की अनुपस्थिति में पीड़िता के बयान मामले में हाईकोर्ट ने सुनवाई कर फैसला सुरक्षित कर लिया। पीड़िता के वकील पीसी सोलंकी ने बताया कि सेशन कोर्ट पूर्व से आसाराम की अनुपस्थिति में कोर्ट की कार्यवाही जारी रहने को हरी झंडी दी जा चुकी है। जोधपुर हाईकोर्ट ने भी इस मामले पर सुनवाई कर फैसला सुरक्षित कर लिया है।