सदर-बाजार थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन
शाहजहांपुर : कंफेक्शनरी कारोबारी बलजीत की दिल्ली में मौत के बाद परिजनों का गुस्सा भड़क गया। शुक्रवार को नाराज परिजनों एवं सिख समाज के लोगों ने सदर-बाजार थाने के सामने शव रखकर रोड जाम कर दिया। पुलिस के समझाने पर भी प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए। बाद में सिटी मजिस्ट्रेट ने हत्यारोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत किया। इसके बाद सदर-बाजार पुलिस ने केस को हत्या में तरमीम कर लिया।
बाड़ूजई निवासी कंफेक्शनरी बलजीत को मुहल्ले के ही पवनजीत सिंह, कमलजीत ने लेनदेन के विवाद में 10 जून की रात घर में घुसकर गोली मार दी थी। वारदात के दूसरे दिन पुलिस ने एक आरोपित पवनजीत को पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिया। उधर, गोली लगने से घायल बलजीत को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत नहीं सुधरने पर उसे दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां बीस अगस्त को बलजीत की मौत हो गई। सदर-बाजार पुलिस को घटना की जानकारी हुई तो हाथ-पांव फूल गए। दरअसल वारदात के तीन माह बाद भी दूसरे आरोपी कमलजीत को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। अधिकारियों ने भी इसकी सुध नहीं ली। पुलिस की सुस्ती पर परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। शुक्रवार को बलजीत का शव सदर-बाजार थाने के सामने रख जाम लगा दिया। बड़ी तादाद में पहुंचे सिख समाज के लोगों ने जमकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे पुलिस के पसीने छूट गए। रोड जाम की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी। फिर सिटी मजिस्ट्रेट सीताराम गुप्त ने समझा बुझाकर लोगों को शांत कराया। उन्होंने आरोपी कमलजीत की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।
फोर्स ने संभाला मोर्चा
शाहजहांपुर : सदर-बाजार थाने के सामने शव रखकर जाम लगाने की सूचना से शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ गई। असल में सुबह-सुबह फोर्स का बंदोबस्त करना मुश्किल था। एसपी को घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने दंगा नियंत्रण के लिए बुलाए गए थानेदारों को मोर्चा संभालने को भेज दिया। एक साथ बड़ी तादाद में फोर्स पहुंच गई। आंदोलनकारियों में इसको लेकर भी आक्रोश पनप रहा था। संयोगवश समय से पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के प्रयास से सारा मामला सुलट गया।