कैदी फोन पर परिजनों का हालचाल ले सकेंगे
शाहजहांपुर : जेल की चाहर दीवारी में बंद कैदी व बंदी भले ही अपने से वर्षो से रू-ब-रू न हो सके हों, पर
शाहजहांपुर : जेल की चाहर दीवारी में बंद कैदी व बंदी भले ही अपने से वर्षो से रू-ब-रू न हो सके हों, पर कैदी व बंदी अपने परिजनों से बात कर सकेंगे। जिला कारागार से अपने परिवार का हालचाल फोन पर ले सकते हैं। कैदियों व बंदियों को सात दिन में पांच मिनट की बात करने की अनुमति दी गयी है।
जेल में केयास्क स्थापित करके पीसीओ का संचालन किया गया है। इसमें ठीक आचरण वाले बंदी व कैदियों को उनके घरों से सात दिन का मौका दिया गया है। इस योजना को असली जामा पहनाने को बंदी व कैदियों को जिला जेल में प्रवेश करते है। उनसे परिजनों के दो मोबाइल नंबर लिए जाएंगे। जिसका सत्यापन संबंधित थाने से कराने के बाद ही फोन पर बात कराना संभव हो सकेगा। परिजनों से जिन नंबरों पर बात करानी होगी, वह नंबर प्रीपेड नहीं होगा। फोटो ग्राफ व फिंगर ¨प्रट लने के बाद उनके दो नंबरों समेत डाटा केयास्क में फीड कर दिया जाएगा। काल स्वत: पांच मिनट बाद कट जाएगी। कार्य योजना में शासन स्तर पर पांच रुपये में प्रति पांच मिनट काल के निर्धारित किए गए है। इससे कम अवधि में उतना मूल्य देना होगा। जेलर ने बताया कि बंदी व कैदियों को अपने परिजनों से फोन पर बात करने की सुविधा शुरू हो गयी है।