हिमगिरी एक्सप्रेस से कूदकर कुख्यात बदमाश बंशी फरार
शाहजहांपुर: पूर्वांचल का कुख्यात बदमाश वीरेंद्र बेन उर्फ बंशी सिपाहियों को चकमा देकर हिमगिरी एक्स
शाहजहांपुर:
पूर्वांचल का कुख्यात बदमाश वीरेंद्र बेन उर्फ बंशी सिपाहियों को चकमा देकर हिमगिरी एक्सप्रेस से छलांग लगाकर हथकड़ी समेत फरार हो गया। बंशी को गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे की पेशी के लिए स्थानीय पुलिस जौनपुर ले जा रही थी। तभी सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन के नजदीक यह सनसनीखेज वारदात घटी। सुरक्षा में तैनात तीनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही घटना की बाबत मुकदमा दर्ज कराने के लिए एक दारोगा को यहां से रवाना कर दिया गया है। बंशी की तलाश में वाराणसी पुलिस ने संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पाया।
वाराणसी जनपद के फूलपुर थाना क्षेत्र के गांव मानापुर निवासी वीरेंद्र बेन उर्फ बंशी (30 वर्ष) पुत्र रामविलास शातिर अपराधी है। हत्या, लूट, डकैती, राहजनी, गिरोहबंद अधिनियम आदि के उसके खिलाफ सोलह मुकदमे दर्ज हैं। वाराणसी पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, उसके बाद उसे वाराणसी जिला कारागार में भेजा गया था। लेकिन बंशी की शातिराना गतिविधियों के मद्देनजर सिंतबर 2016 को उसे प्रशासनिक आधार पर वाराणसी जिला कारागार से शाहजहांपुर जिला कारागार शिफ्ट कर दिया गया था। बताते हैं कि बंशी की गैंगस्टर एक्ट मुकदमे के मामले में मंगलवार यानी आज जौनपुर कोर्ट में पेशी थी। जिसके मद्देनजर बंशी को स्थानीय पुलिस की कड़ी सुरक्षा में गत रविवार को देरशाम जिला कारागार से निकाला गया था। बाद में बंशी की सुरक्षा में कांसटेबिल मित्रपाल ¨सह, गिरीश कुमार तथा नरेंद्र ¨सह को तैनात किया गया। तीनों सिपाही शातिर बंशी को लेकर यहां से ट्रेन से लखनऊ ले गये। लखनऊ से तीनों सिपाही बंशी को लेकर हिमगिरी एक्सप्रेस में सवार हो गए। मंगलवार की सुबह लगभग सात बजे हिमगिरी एक्सप्रेस सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन के आउटर सिग्नल के नजदीक धीमी गति से गुजर रही थी। तभी तीनों सिपाहियों को चकमा देकर कुख्यात बंशी हथकड़ी समेत ट्रेन से कूदकर फरार हो गया। तीनों सिपाहियों को जब तक वारदात की भनक लगती तब तक देर हो चुकी थी। तीनों सिपाहियों ने सुल्तानपुर जीआरपी की मदद से शातिर बंशी को आसपास इलाके में तलाश किया, लेकिन उसका पता नहीं चला। बाद में सिपाहियों ने घटना की बाबत सुबह करीब आठ बजे शाहजहांपुर पुलिस लाइन में फोन के जरिये सूचना दी। वारदात की इत्तला मिलते यहां पुलिस लाइन में खलबली मच गई। प्रतिसार निरीक्षक गुलफाम ¨सह यादव ने घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक केबी ¨सह को दी। पुलिस अधीक्षक ने शातिर बंशी की सुरक्षा में लगे सिपाही मित्रपाल, गिरीश कुमार तथा नरेंद्र ¨सह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही मामले की बाबत मुकदमा दर्ज कराने के लिए उपनिरीक्षक विष्णु प्रकाश को सुल्तानपुर रवाना कर दिया।
लघुशंका के बहाने फरार हुआ
पुलिस सूत्रों के मुताबिक शातिर बंशी ने फरार होने का प्लान पहले से ही बना लिया था। बंशी ने सुरक्षा में लगे तीनों सिपाहियों की ट्रेन में आवभगत कर उनसे घुलमिल गया। सोची समझी रणनीति के तहत बंशी को आभास हो गया कि सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन का आउटर सिग्नल आते ही ट्रेन की रफ्तार बेहद धीमी हो गई। यह देख बंशी ने सिपाहियों से लघुशंका करने की बात कही। जिस पर तीनों सिपाहियों ने उसे टॉयलेट जाने को कह दिया। फिर क्या हथकड़ी को थामे बंशी टॉयलेट की ओर चला गया। बाद में मौका देख उसने ट्रेन से छलांग लगा दी।
वाराणसी पुलिस ने दी दबिश
शाहजहांपुर पुलिस ने शातिर बंशी के फरार होने की सूचना वाराणसी पुलिस को दी। जिस पर वाराणसी पुलिस ने शातिर बंशी के घर तथा अन्य संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है।
पूर्वांचल के कई जिलों में सक्रिय रहा बंशी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक शातिर अपराधी वीरेंद्र बेन उर्फ बंशी पूर्वांचल के वाराणसी, जौनपुर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, रायबरेली आदि कई जिलों में सक्रिय रहा है। बंशी के खिलाफ सर्वाधिक मुकदमे जौनपुर और वाराणसी जिलों के विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
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जौनपुर जिला न्यायालय में गैंगस्टर मुकदमे की पेशी के लिए वीरेंद्र बेन उर्फ बंशी को लेकर तीन सिपाही ट्रेन से रवाना हुए थे। सुल्तानपुर स्टेशन के नजदीक बंदी के ट्रेन से कूदकर फरार होने की सूचना मिली है। तीनों सिपाहियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। इस बारे में वाराणसी पुलिस से भी संपर्क किया गया है। यहां से एक उपनिरीक्षक को घटनास्थल पर भेजा गया है। - केबी ¨सह, एसपी
रिपोर्ट-संपादन: देवेंद्र देवा