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जिलाधिकारी ने परखी शिक्षा की गुणवत्ता

शाहजहांपुर : जिलाधिकारी पुष्पा ¨सह ने शनिवार सुबह 8.30 बजे विकास खंड भांवलखेड़ा के प्राथमिक एवं उच्च

By Edited By: Published: Sun, 24 Jul 2016 11:33 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jul 2016 11:33 AM (IST)
जिलाधिकारी ने परखी शिक्षा की गुणवत्ता

शाहजहांपुर : जिलाधिकारी पुष्पा ¨सह ने शनिवार सुबह 8.30 बजे विकास खंड भांवलखेड़ा के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शिक्षा की खराब गुणवत्ता पर तीन शिक्षिकाओं को प्रतिकूल प्रविष्टि, 5 के वेतन रोकने एवं 1 शिक्षिका को निलंबित करने के निर्देश दिए।

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जिलाधिकारी ने सबसे पहले उच्च प्राथमिक विद्यालय अटसलिया पहुंचकर स्कूल में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। स्कूल में उस समय सफाई कर्मचारी झाडू लगा रहा था। जिलाधिकारी ने पूछा कि 8.30 बजे स्कूल की सफाई होगी तो पढ़ाई कब होगी। इस पर शिक्षिकाएं कुछ जवाब नहीं दे सकीं। प्रधानाध्यापिका मुन्नी देवी आर्य, रश्मि सक्सेना, साइमा तरन्नुम उपस्थित रहीं। द¨पदर कौर व निकहत परवीन स्काउट गाइड में संबद्ध पाई गयीं। विद्यालय में कुल 60 बच्चों में 20 उपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी ने बच्चों से किताब पढ़वाकर शिक्षा की गुणवत्ता के विषय में जानकारी की तो पाया कि बच्चों को शुद्ध ¨हदी तक पढ़नी नहीं आ रही है। उन्होंने शिक्षिकाओं को न पढ़ाने का कारण पूछा तो वह कुछ बता नहीं सकी। प्राथमिक विद्यालय अटसलिया के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि शिक्षा की गुणवत्ता बेहद खराब है। कक्षा चार, तीन व दो बच्चे एक अक्षर भी नहीं पढ़ सके। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शिक्षिका मीरा ¨सह, नम्रता मिश्रा, जुवैदा खातून को प्रतिकूल प्रविष्ट देने के निर्देश दिए। शिक्षिका मीरा ¨सह के अनावश्यक बहस करने तथा अपने शैक्षिक कार्य में रुचि न दिखाने पर जिलाधिकारी ने निलंबित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने दोनों विद्यालयों की शिक्षिकाओं को निर्देश देते हुए कहा कि यह बच्चे गांव के गरीबों, मजदूरों व किसानों के हैं जो कक्षा पांच का बच्चा आज सही ¨हदी नहीं पढ पा रहा है तो उसका आगे चलकर भविष्य क्या होगा। इसी पढाई पर क्या वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेगा। उन्होंने कहा कि 15 दिन बाद पुन: स्कूल आऊंगी और पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार नहीं मिला तो सेवा से बर्खास्तगी की कार्रवाई कराऊंगी। जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय जमुका प्रथम एवं द्वितीय का निरीक्षण किया। जमुका प्रथम में प्रधानाध्यापिका सरला देवी, शिक्षिका सीमा मिश्रा व अनुपम वर्मा उपस्थित पायी गयी। उपस्थित संख्या बेहद कम रही। प्राथमिक विद्यालय जमुका द्वितीय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि मात्र 1 अध्यापिका आफताब जहां ही उपस्थित है, दूसरी अध्यापिका डॉ. शालिनी अनुपस्थित है उनके उपस्थित पंजिका पर मौके पर उपस्थित शिक्षिका की ओर से अवकाश लिखा गया। कोई अवकाश प्रार्थना पत्र या अवकाश रजिस्टर पर अंकन नहीं पाया गया। जिलाधिकारी ने शिक्षिका का 1 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। इस विद्यालय में भी बच्चे ठीक से ¨हदी तक नहीं पढ़ सके। रेलवे लाइन के किनारे स्थित जूनियर हाई स्कूल निगौना मकरंदपुर का निरीक्षण किया। प्रधानाध्यापिका फरहत जहां उपस्थित पायी गईं। जिलाधिकारी ने आंगनबाडी केंद्र व प्राथमिक विद्यालय पड़रा सिकंदरपुर में पहुंचकर निरीक्षण किया। बच्चों की उपस्थित शिक्षा व्यवस्था ठीक न होने पर कड़ी जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए शिक्षकों के वेतन रोकने के निर्देश दिए। कहा कि बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसा मिलता है। काम में ढिलाई बरतना लापरवाही है।


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