बेटियों की इमदाद हजम कर रहे दलाल
शाहजहांपुर : अल्पसंख्यकों के उत्थान को चल रही सरकार की योजनाओं को माफियाओं की नजर लग गई है। समाज कल
शाहजहांपुर : अल्पसंख्यकों के उत्थान को चल रही सरकार की योजनाओं को माफियाओं की नजर लग गई है। समाज कल्याण की तरह अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में भी सक्रिय दलालों ने कई योजनाओं में सेंधमारी कर ली है। ताजा मामला अल्पसंख्यक शादी अनुदान का है। अपात्रों को योजना का लाभ दिलाकर लाखों का बंदरबांट कर लिया गया। जनपद का अल्पसंख्यक कल्याण विभाग कई माह से अधिकारी विहीन है। शकील अहमद के स्थानांतरण के बाद डीएम ने पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी वीरपाल को प्रभारी बनाया। कुछ दिन बाद यह दायित्व विकलांग कल्याण अधिकारी एके सोनकर को दे दिया गया। अतिरिक्त बोझ की वजह से अधिकारी ठीक से योजनाओं की मानीट¨रग न कर सके। इसका फायदा उठाया बाबुओं ने। उन्होंने अनुदान योजनाओं में सक्रिय रहने वाले दलालों से सम्पर्क कर योजनाओं में लाखों का बदंरबांट कर लिया। गत माह इस तरह के दो दर्जन मामले सामने आए। सभी शादी अनुदान के थे। पड़ताल में पता चला कि जिन लाभार्थियों के नाम चेक भेजा गया उनकी न तो कोई शादी के लिए लड़कियों है और न ही वे इस योजना के भौतिक स्तर पर पात्र थे। भावलखेंड़ा ब्लाक में इस तरह का खूब गोलमाल किया गया। तीस हजार के शादी अनुदान में लाभार्थियों को दो हजार देकर 28 हजार की धनराशि को हड़प कर लिया गया। घर बैठे दो हजार रुपये मिलने पर अपात्र लाभार्थियों ने हंसी खुशी धनराशि को दो बार में निकाल कर दलालों ने दे दी। योजना में बंदरबांट को लेकर बैंक आफ बड़ौदा की कई शाखाएं सुर्खियों में हैं। सिसौआ बैंक शाखा प्रबंधक ने तो इसकी पुष्टि भी कर दी। बताया कि कुछ ग्राहकों के खाते में अल्पसंख्यक विभाग से धनराशि प्राप्त हुई। धनराशि किस मद की है, वे जानकारी नहीं दे सके। बताया कि अब तक 4.50 लाख रुपये की धनराशि बैंक में आई है। जिसे आहरित कर दिया गया। प्रभारी अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वीरपाल ¨सह शिकायत से हतप्रभ हैं। बोले चार्ज लेने के पहले ही दिन गंभीर मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि शादी अनुदान के लाभार्थियों की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।