एसएसएमवी के बच्चों ने सीखा भूकंप से लड़ना
शाहजहांपुर : दैनिक जागरण की ओर से चलाए जा रहे भूकंप से बचाव संबंधी कितने तैयार हैं हम जागरूकता अभिया
शाहजहांपुर : दैनिक जागरण की ओर से चलाए जा रहे भूकंप से बचाव संबंधी कितने तैयार हैं हम जागरूकता अभियान के तहत बुधवार को एसएसएमवी स्कूल में प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। ग्लोबल एकेडमी दिल्ली के विशेषज्ञ रोहित शर्मा ने भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से बचाव के टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि भूकंप के आने पर कुछ टिप्स अपनाकर खुद की एवं दूसरों की रक्षा कर सकते हैं। कार्यशाला में पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
प्रशिक्षण कार्यशाला में ट्रेनर रोहित शर्मा ने भूकंप से पहले, भूकंप के दौरान और भूकंप के बाद क्या करें और क्या न करें पर खास फोकस रखा। उन्होंने कहा कि भूकंप जैसी आपदा आने पर घबराना नहीं चाहिए बल्कि संयम एवं धैर्य से काम लेना चाहिए। भूकंप के आने से पहले और भूकंप के बाद क्या करें इस बारे में जानकारी उपलब्ध कराई। उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं पर तमाम उदाहरण पेश करते हुए बताया कि भूकंप आने पर इधर उधर भागना नहीं चाहिए बल्कि उसी स्थान पर रुककर बचाव के प्रयास करने चाहिए। भूकंप से तो एक बार को बचा जा सकता है पर इससे मचने वाली भगदड़ से बचना मुश्किल होगा। भूकंप के झटके आने पर सुरक्षित स्थान पर सर ढक कर छुप जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि भूकंप के दौरान यदि आप दूसरी या तीसरी मंजिल पर हैं तो वहीं रुक कर बचाव के प्रयास करने चाहिए। भूकंप के झटके महज दस सेकेंड के लिए आते हैं। ऐसे में ठीक समय आने पर बचाव करना चाहिए। मसलन भूकंप के झटके आने पर यदि आप कमरे में हैं तो कोने में चले जाएं जो लोग कुर्सी, मेज या बेड के पास हैं तो वो तुरंत उनके नीचे चले जाएं , इससे कुछ हद तक बचाव किया जा सकता है। रोहित ने बताया कि हमें घर में हमेशा इमरजेंसी किट रखनी चाहिए। इसमें पानी की बोतल, जल्दी खराब न होने वाला खाद्य पदार्थ, टार्च अतिरिक्त बैट्री के साथ होनी चाहिए। ताकि इमरजेंसी किट होने के साथ हम जहां भी कूच करें तो पूरा दिन सहूलियत से कट जाए। रोहित ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति भूकंप की चपेट में आकर बेहोश हो गया है तो उसे सावधानी पूर्वक उठाना चाहिए। पहले दोनों पैरों को सीधा करें, फिर सिर की तरफ आकर गर्दन के नीचे हाथ डालकर धीरे-धीरे कमर तक उठायें। अगर व्यक्ति पेट के बल बेहोश हैं तो हल्का सहारा देकर पीठ के बल करेंगे। इसके बाद उन्होंने मिट्टी, पानी और कंबल के माध्यम से आग बुझाने के तरीके भी बताए। रोहित शर्मा ने भूकंप के दौरान का मॉक ड्रिल भी कराया। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने स्मार्ट सिटीजन की शपथ ग्रहण करायी। स्कूल के प्रबंधक अशोक कुमार अग्रवाल तथा ¨प्रसिपल लता नायर ने आभार जताया। कार्यक्रम में आजेश सक्सेना, नीलम कुकरेजा, मृदुषी मिश्रा, मोहम्मद शफी, नमिता मिश्रा आदि मौजूद रहीं।
प्रशिक्षण कार्यशाला में बहुत महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुईं। हमें भूकंप से निपटने की तरीके बताए गए। हम हम प्राकृतिक आपदा से निपटने को पूरी तरह से तैयार हैं।
-आयुषी मिश्रा
भूकंप के आने पर कैसे निपटा जाए और राहत कार्य कैसे करने चाहिए, आज की ट्रे¨नग वर्कशाप में यही सीखने को मिला। दैनिक जागरण की यह पहल सराहनीय है, इससे हम खुद को और दूसरों को बचा सकते हैं। यह तरह के आयोजन प्रतिवर्ष होने चाहिए।
हाजरा शकील
आज के आयोजन से हमें प्राकृतिक आपदाओं से खुद कैसे बचाव करें और हम दूसरों को कैसे बचा सकते हैं, इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की गयी। इस तरह के आयोजन हमें काफी कुछ सिखाते हैं।
प्रियांशी
आपदाओं से निपटने के बारे में बहुत सी जानकारियां उपलब्ध कराई गईं। यह जानकारियां हमारे लिए बहुउपयोगी हैं। ड्रोप, कवर, होल्डू के बारे में भी पता चला।
-अंशिका ¨सह
दैनिक जागरण की इस प्रशिक्षण कार्यशाला से पता चला कि किस तरह हम बचाव कार्य कर सकते हैं। ऐसे आयोजन होने से काफी प्रेरणा मिलती है।
-प्रगति सक्सेना
कार्यशाला में सीखे गए टिप्स से हम भूकंप के दौरान होने वाली जनहानि को रोक सकते हैं। इस तरह के आयोजन से काफी कुछ सीखने को मिलता है। इनसे सीखकर हम लोगों की रक्षा कर सकते हैं।
-उत्सव शुक्ल
प्राकृतिक आपदाएं कहकर नहीं आती हैं। यह कभी भी आ सकती हैं। इनसे बचाव के तरीके सीखना अत्यंत आवश्यक है। इस कैंप में जो हमने सीखा वह बेहद आवश्यक था।
ज्ञानेश यादव
- इस कार्यशाला से भूकंप को करीब से जानने का मौका मिला। इसकी भयावहता को समझा। भूकंप के आने पर खुद का बचाव करते हुए दूसरों की रक्षा करनी चाहिए।
शिवम् दीक्षित
- दैनिक जागरण की ओर से आयोजित कार्यशाला से काफी प्रेरणा मिली है। इनके माध्यम से हमने जाना कि कैसे भूकंप पर काबू पाया जाए। ऐसे आयोजन प्रेरणा देते हैं।
-श्रेष्ठ गुप्ता
- प्रशिक्षण कार्यशाला में भूकंप की भयावहता को करीब से समझने का मौका मिला। इस तरह के आयोजनों से हमें आपदाओं को समझने और बचाव कर तरीका पता चलता है।
-लवप्रीत ¨सह
आज हमने सीखा कि भूकंप के दौरान कुछ टिप्स अपनाकर हम राहत कार्य कर सकते हैं। ऐसी कार्यशालाओं का आयोजित होना आवश्यक है।
-मृदुषी मिश्रा शिक्षिका
-आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्र-छात्राओं व विद्यालय के स्टाफ के सदस्यों, सभी के लिए काफी जानकारी देने वाला था जोकि जरूरत पड़ने पर सुरक्षा एवं बचाव में उपयोगी साबित होगा।
-नीलम कुकरेजा
-दैनिक जागरण का भूकंप अत्यंत आवश्यक है। विद्यार्थियों को सुरक्षा एवं संरक्षा से संबंधित जानकारी होनी चाहिए।
-मोहम्मद शकील
- दैनिक जागरण ने भूकंप के प्रति लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाकर सामाजिक सरोकारों से जुड़े अपने दायित्व का निर्वहन किया है। आने वाले समय में निसंदेह अभियान का लाभ लोगों को मिलेगा।
-लता नायर, ¨प्रसिपल
प्रशिक्षण कार्यशाला में हमें भूकंप से खुद कैसे बचना है और दूसरों की किस तरह मदद करनी चाहिए..सीखने का मौका मिला।
नमिता मिश्रा शिक्षिका
प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए दैनिक जागरण की ओर से चलाया जा रहा अभियान निसंदेह सराहनीय है और मौजूदा वक्त की जरूरत भी। जागरूकता से ही भूकंप से बचाव और दूसरों को बचाने का प्रयास सफल हो सकता है। दैनिक जागरण को बहुत-बहुत बधाई।
-अशोक अग्रवाल, प्रबंधक