जिंदगी की जंग हार गई जलाई गई किशोरी
शाहजहांपुर : छेड़खानी का विरोध करने पर दबंगों द्वारा जलाई गई किशोरी आखिरकार जिंदगी से हार गई। रविव
शाहजहांपुर : छेड़खानी का विरोध करने पर दबंगों द्वारा जलाई गई किशोरी आखिरकार जिंदगी से हार गई। रविवार रात बरेली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। किशोरी की मौत से जिले में कानून व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि डैमेज कंट्रोल में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए चार को दबोच लिया था।
खुदागंज निवासिनी किशोरी 16 नवंबर की रात अपने घर में अकेली थी। उसके माता-पिता खेतों में काम करने गए थे। किशोरी के घर में अकेला होने की जानकारी हुई तो दोपहर में 12 बजे पहाड़ीपुर गांव के राकेश, जितेंद्र, विजेंद्र, श्रीपाल, सुरजीत, सचिन उसके घर में घुस आए। युवकों ने किशोरी से छेड़छाड़ शुरू कर दी। किशोरी ने खुद को बचाने के लिए विरोध किया तो दबंगों ने किरासिन तेल छिड़क कर आग लगा दी थी। किशोरी को जलता छोड़ दबंग भाग निकले थे। गंभीर रूप से झुलसी किशोरी का इलाज रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना, एसपी राकेश चंद्र साहू ने मामले को गंभीरता से लिया था। रेडक्रास सोसाइटी से किशोरी का इलाज कराया जा रहा था। उसके ठीक होने तक इलाज का खर्च उठाने की बात डीएम ने कही थी। एसपी राकेश चंद्र साहू ने भी चार आरोपितों राकेश, श्रीपाल, सुरजीत, सचिन को पुलिस ने गिरफ्तार भी करने जानकारी देते हुए शेष दो को जल्द दबोचने का दम भर रहे थे। उसी बीच देरशाम किशोरी की इलाज के दौरान मौत की खबर आ गई। किशोरी की मौत की खबर खाकी के खत्म हो रहे इकबाल की ओर इशारा कर रही है। मामले की जानकारी होने पर डीआइजी आरकेएस राठौर व एसपी सिटी, बरेली राजीव मल्होत्रा मेडिकल कॉलेज पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। डीएम शुभ्रा सक्सेना ने लड़की की मौत की पुष्टि की।