फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़
तिलहर, (शाहजहांपुर) : कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र में फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए ब्लाक प्रमुख सहित आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। एक युवक के कब्जे से फर्जी लाइसेंस पर खरीदी गई रायफल भी पुलिस ने बरामद की है।
लोकसभा चुनाव के दौरान तमाम नये लोगों को ग्रामीणों ने शस्त्र खरीदते देखा तो इसकी सूचना प्रशासन को दी। इसके चलते कोतवाल रूम सिंह यादव को सूचना मिली कि ग्राम बढ़ेपुर में भी एक व्यक्ति द्वारा तीन माह पूर्व रायफल खरीदी गई है। उसके बाद कोतवाल ने आरोपी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। उन्होंने क्षेत्र पंचायत सदस्य उर्मिला देवी के पति रामलड़ैते पुत्र रोहनलाल को गिरफ्त में लेकर उसके कब्जे से लाइसेंस संख्या 7473 व रायफल संख्या 134200252 बरामद की। पुलिस ने जब लाइसेंस की जांच की तो लाइसेंस पूरी तरह फर्जी पाया गया।
कोतवाल रूम सिंह यादव ने बताया कि जांच के दौरान ब्लाक प्रमुख अभिनव शर्मा द्वारा फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाए जाने का मामला प्रकाश में आया है क्योंकि पकड़े गए अभियुक्त ने बताया कि उसे 30 हजार रुपये में लाइसेंस ब्लाक प्रमुख ने बनवाकर दिया था। लाइसेंस के लिए ब्लाक प्रमुख ने अपने यहां बैठने वाले दलाल जिसे मंत्री कहकर बुलाते है, उसे 30 हजार रुपये दिलवाए थे तथा एक महीने बाद उसे लाइसेंस दिया गया। पकड़े गए आरोपी ने यह भी बताया कि ब्लाक प्रमुख ने ही उसे शाहजहांपुर में इंडिया गन हाउस से रायफल खरीदवा कर दी थी, लेकिन उसे रशीद दुर्गा आर्म्स खुटार के फर्म की दी गयी है।
कोतवाल श्री सिंह के अनुसार क्षेत्र में लगभग 250 फर्जी लाइसेंस बनाये जाने की जानकारी मिल रही है, जिसकी सघन जांच कराई जा रही है। जांच के बाद फर्जी लाइसेंस जमा कराने के साथ ही गिरोह को गिरफ्तार कर बेनकाब किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में पकड़े गये आरोपी रामलड़ैते तथा ब्लाक प्रमुख अभिनव शर्मा सहित आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध 3/25 आर्म्स एक्ट, 420, 467, 468, 471 आइपीसी तथा 120 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।