स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से नवजात की मौत
कलान : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक व कर्मचारियों की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत हो गई। बारानगर गांव निवासी मुन्नू ने स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. उमेश सिंह यादव आए थे। अस्पताल निरीक्षण के बाद डाक्टर समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी आवभगत में लग गए। इसी बीच मुन्नू पत्नी सुनीता को लेकर प्रसव कराने आए थे। आरोप है कि सुनीता को प्रसव कक्ष में पहुंचाने के बाद बाहर से दरवाजा बंद कर दिया गया। सुनीता प्रसव पीड़ा से अंदर छटपटाती रही। किसी कर्मचारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इसी बीच सीएमओ मिर्जापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के लिए चले गए। डा. शहजाद अहमद को चीखने की आवाज सुनाई दी तो उनका ध्यान प्रसव कक्ष की ओर गया। स्वास्थ्य कर्मियों ने दरवाजा खोलकर देखा तो नवजात की मौत हो गई थी। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. अरुण यादव ने बताया कि नवजात की मौत स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही से नहीं हुई है। अविकसित अंग होने पर नवजात की मौत मां के गर्भ में हो जाती है। सुनीता के नवजात की मौत अविकसित अंगों के कारण हुई है।