डेंगू से बेफिक्री बन सकती है घातक
शाहजहांपुर : जानलेवा बीमारी डेंगू को लेकर भले ही शासन द्वारा विशेष दिशा निर्देश दिए गए हों, लेकिन शहर में इस गंभीर बीमारी को लेकर विभाग की बेफिक्री लोगों के लिए घातक साबित हो सकती है। आलम यह है कि जिला अस्पताल में बने डेंगू वार्डो में ताले लटक रहे हैं।
मच्छर जनित बीमारी डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग को हर बार सतर्क किया जाता है। इस बार भी शासन द्वारा सतर्क रहते हुए इससे निपटने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद जिम्मेदारों की बेफिक्री जनता के लिए मुसीबत बन सकती है।
जिला अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड के पास बने डेंगू वार्ड में लटकता ताला अस्पताल प्रशासन और सेहत महकमे की लापरवाही को बयां कर रहा है। इस गंभीर बीमारी को लेकर विभाग की बेफिक्री शायद इसलिए भी है कि निजी डाक्टरों द्वारा रोगियों में डेंगू होने की पुष्टि किए जाने के बावजूद विभाग इसकी पुष्टि नहीं करता है। यहां यह भी बता दें कि पिछले वर्ष जिले में कई लोगों की इस बीमारी से मौत हो गई थी। वहीं दर्जनों लोग इस बीमारी से महीनों जंग करते रहे थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी मौत को डेंगू से होने की पुष्टि नहीं की थी। यही नहीं सरकारी अस्पताल की महिला कर्मी की मौत डेंगू से होने की पुष्टि लखनऊ में होने के बावजूद जिले के सेहत महकमे ने इसकी पुष्टि नहीं की थी।
डेंगू के लक्षण
-सिर के आगे के भाग में तेज दर्द होना,
-जी मिचलाना व तेज बुखार आना,
-भूख न लगना और उल्टी होना,
-मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना,
-छाती और शरीर के ऊपरी अंगों में खसरे जैसे लाल चकत्ते होना आदि।
बचाव
-ऐसे कपड़े पहने जिससे शरीर का अधिकतम भाग ढका रहे
-पानी खूब पियें
-मच्छरदानी एवं मच्छर मारने व भगाने के तरीकों को इस्तेमाल करें।
इनसेट
इस बार नहीं हुआ अलर्ट
इस बारे में जिला अस्पताल के सीएमएस डा. एनडी अरोड़ा ने बताया की अस्पताल में तीन डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। उनके बंद होने के बारे में उन्होंने बताया कि इस बार इन वार्डो के लिए सीएमओ द्वारा अभी तक कोई अलर्ट नहीं जारी किया गया है।