जान जोखिम में डाल रहे डग्गामार वाहन
शाहजहांपुर : शाहजहांपुर-जलालाबाद मार्ग पर चलने वाले वाहनों में सभी मानकों को ताख पर रखा जा रहा है। यहां से संचालित होने वाले वाहन स्वामियों के पास न तो परमीशन है और न ही अधिकांश वाहन चालकों के पास लाइसेंस। बावजूद इसके इस मार्ग पर करीब दो सौ डग्गामार वाहन संचालित किए जा रहे है। उच्च अधिकारियों के चेकिंग के आदेश के नाम पर केवल मोटर साइकिलों की चेकिंग कर औपचारिक्ताएं ही पूरी की जाती है।
शाहजहांपुर-जलालाबाद मदनापुर, कुर्रिया कलां स्थानों पर दो सौ के लगभग वाहन दौड़ रहे हैं। इन वाहनों में अधिकांश के पास परमिट नहीं है और जिनके पास है भी वह परमिट के नियमों का पालन नहीं कर रहे है। पचास फीसद वाहन चालक तो ऐसे है जिनके लाइसेंस ही नहीं बने है। उसमे खास बात है कि टेंपो व जीपों में भूसे की तरह अंदर-बाहर सवारियां भरकर जब तेज रफ्तार में वाहन दौड़ते है तो सवारियों की जान हलक में आ जाती है। ऐसा भी नहीं कि इसकी जानकारी जिला प्रशासन के पास न हो बावजूद इसके न तो आरटीओ विभाग और न ही जिला प्रशासन इन वाहन स्वामियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करता है। अगर सूत्रों की माने तो यह वाहन पुलिस की कमाई का जरिया भी है। यही कारण है कि कभी इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।
दुर्घटनाओं का बने है कारण
कांट : वैसे तो मदनापुर, कुर्रिया कलां व जलालाबाद मार्ग पर बिना परमिट के वाहन दौड़ रहे हैं। लेकिन सबसे अधिक वाहन कांट-शाहजहांपुर मार्ग पर दौड़ रहे हैं। दर्जनों दुर्घटनाओं में कई लोग जान गवां चुके हैं। जबकि तीन दर्जन से अधिक लोग घायल हो चके हैं। लेकिन पुलिस-प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
इसेट :
सावन में घटियाघाट से कांवर में जल भर कर लाखों शिव भक्त छोटी काशी गोला में जलाभिषेक करने जाते है। इस दौरान घटिया घाट से अल्हागंज, जलालाबाद, कांट, शाहजहांपुर तक स्टेट हाइवे से होकर कांवरिये गुजरते है। ऐसे में डग्गामार वाहन मुसीबत बन जाते है।