पेयजल की 42 परियोजनाओं पर ग्रहण
संतकबीर नगर : इंसेफ्लाइटिस प्रभावित इस जनपद के 42 गांवों में पाइपलाइन से साफ पानी पहुंचाने की योजना
संतकबीर नगर : इंसेफ्लाइटिस प्रभावित इस जनपद के 42 गांवों में पाइपलाइन से साफ पानी पहुंचाने की योजना अधर में है। इन गांवों में पानी पहुंचाने के लिए अप्रैल, मई, जून व जुलाई-2015 में कुल 42 परियोजनाओं का खाका तैयार किया गया था। इसके लिए 79.26 करोड़ रुपये की जरूरत थी लेकिन शासन से सिर्फ 25.35 करोड़ रुपये ही मिले। इसमें से सिर्फ चार गांव में 90 फीसद, दो में 85 फीसद, तीन में 80 फीसद काम हुआ है। दो गांव ऐसे हैं जहां पर काम ही नहीं शुरू हुआ।
अप्रैल 2015 से इन परियोजनाओं पर काम शुरू हुआ था। जून 2017 में ये काम पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन धन न मिलने के कारण इनमें से कोई भी कार्य पूरा नहीं हो पाया।
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इन गांवों के लिए बनी है योजना
सेमरियावां के बाघनगर, हैंसर के रामपुर उत्तरी, बालमपुर, घोरांग, ददरवार, सेमरडांड़ी, बेलौरा, गाईबसंतपुर, नटवाबर, अशरफपुर व गोपीपुर, मेहदावल के जमोहरा, बुढ़ाननगर, सांसद शरद त्रिपाठी का गोद लिया गांव सांड़ेखुर्द, सांथा का बौरव्यास, बनेथू, पसाई, हरैया, बरगदवां, झुड़ियां, साड़ेकलां व लोहरसन,खलीलाबाद के देवरियागंगा, जंगलऊन बलुउरा, नेहियाखुर्द, गौसपुर, पूर्व सांसद भालचंद यादव के गांव भगता, मीरगंज, डीघा, विश्वनाथपुर, तामा (तामेश्वरनाथ) व कोनी, नाथनगर के गिठनी, ¨झगुरापार, टिकुईकोलबाबू, लखनोहर, अलीनगर, नाथनगर, मुखलिसपुर, महुली, परसा उर्फ फिदाई, गालिमपुर आदि 42 गांवों में पाइपलाइन के जरिये घर-घर साफ पानी पहुंचाया जाना है।
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धन मिले तो 100 दिन में पूरा हो जाएगा कार्य
जल निगम का दावा है कि यदि उसे 9.69 करोड़ रुपये मिल जाए तो वह इससे सांथा के बौरव्यास, हैंसर के घोरांग, खलीलाबाद के देवरियागंगा, जंगलऊन बलुउरा, सांथा के बनेथू, हैंसर के ददरवार, खलीलाबाद के नेहिया खुर्द तथा मेहदावल ब्लाक के बुढ़ाननगर आदि आठ ग्राम पंचायतों में 100 दिन में पाइपलाइन से घर-घर साफ पानी पहुंचाने का काम शुरू करा देगा। इन गांवों में लगभग 75 फीसद कार्य पूरा कर लिया गया है।
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कहां कितना हुआ कार्य
हैंसर के गोपीपुर में 48.20 लाख व नाथनगर ब्लाक के ग्राम पंचायत गालिमपुर में 66.38 लाख रुपये मिलने के बावजूद काम शुरू नहीं हो पाया। गोपीपुर में भूमि विवाद तो गालिमपुर के डीपीआर में कुछ खामी के कारण काम शुरू नहीं हुआ। खलीलाबाद के कोनी में 16.65 लाख खर्च कर पांच फीसद काम हुआ है। जबकि पौली ब्लाक के छपरामगर्वी में 21.23 लाख, नाथनगर के परसा उर्फ फिदाई में 12.48 लाख, नाथनगर के ही महुली में 24.96 लाख, हैंसर के अशरफपुर में 30.88 लाख, इसी ब्लाक के नटवाबर में 29.22 लाख, नाथनगर ब्लाक के मुखलिसपुर में 34.15 लाख खर्च कर इन छह गांवों में सिर्फ 15 फीसद काम किया गया है।
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धन के अभाव में इन 42 परियोजनाओं का काम पूरा नहीं हो पाया है। शासन से धन की मांग की गई है। यदि नौ करोड़ रुपये भी मिल गया तो कम से कम आठ गांवों की परियोजनाओं को 100 दिन में पूरा कर दिया जाएगा।
- वीपी ¨सह, एक्सईएन, जल निगम।
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शासन से मांगा गया है धन : डीएम
डीएम मार्कण्डेय शाही ने कहाकि 42 में से करीब 40 पाइपलाइन पेयजल परियोजनाएं विश्व बैंक से पोषित है। किन्हीं कारणवश विश्व बैंक से पैसा न मिलने के कारण यह काम रुका हुआ है। बहरहाल शासन से धन की डिमांड की गई है, यदि धन मिला तो जनपद के आठ गांवों में आठ पाइपलाइन पेयजल परियोजना का काम जुलाई तक पूरा कर दिया जाएगा।